संसाधनों का सतत प्रयोग समाज के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी : कुलपति डॉ. रेणु जैन
चेंजिंग बिजनेस पेराडाइम्स पर दो दिवसीय प्रेस्टीज अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का हुआ समापन। इंदौर : नवाचार हमारे विकास की प्रेरक शक्ति रहा है। पिछले दशकों में महामारी के बावजूद हम आगे बढ़ रहे हैं और दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं । 2027 तक हम तीसरे स्थान पर होने की उम्मीद है। यह बात देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने मुख्य अतिथि के रूप में चेंजिंग बिज़नेस पेरडाइमस विषय पर आयोजित 19वीं प्रेस्टीज अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस और पढ़े