एक्सिस बैंक लूटकांड का पर्दाफाश, मुठभेड़ के बाद लुटेरे गिरफ्तार, गार्ड ने रची थी साजिश

  
Last Updated:  July 12, 2020 " 05:38 pm"

इंदौर : पुलिस ने शुक्रवार 10 जुलाई को परदेशीपुरा चौराहा स्थित एक्सिस बैंक में हुई लाखों रुपए की लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने रविवार को प्रेस वार्ता के जरिये यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैंक के गार्ड ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर साजिश रची और योजनाबद्ध ढंग से लूट की वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ के दौरान पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया पर जब उससे सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो उसने चार साथियों के साथ वारदात करना कबूला।

मुठभेड़ के बाद पकड़े गए लुटेरे..

आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि लुटेरों की तलाश में पुलिस की विभिन्न टीमों को लगाया गया था। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली की सुपर कॉरिडोर पर ब्रिज के नीचे कुछ संदिग्ध देखे गए हैं। इसपर पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें सरेंडर करने को कहा, लेकिन बदमाशों ने गोली चला दी। जवाब में पुलिस ने भी खुद की रक्षा के लिए गोली चलाई। दो बदमाशों को पैर में गोली लगी जबकि एक बदमाश भागने के प्रयास में गिरकर घायल हो गया। इन्हें इलाज के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया। मुठभेड़ के दौरान 5 पुलिस अधिकारी- कर्मचारियों को भी मामूली चोटें आईं।
आईजी और डीआईजी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के नाम
अंकुर पिता नरेंद्र चौकसे 30 वर्ष निवासी आदर्श बिजासन नगर परदेशीपुरा, शुभम पिता शिवाजी कोरडे 24 वर्ष निवासी नई जीवन की फेल और शुभम पिता राजू वर्मा 20 वर्ष निवासी गली नम्बर 8 सरोज गांधी नगर हैं। चौथा आरोपी रोहित यादव निवासी वाल्मीकि नगर वारदात के बाद कार से शहर छोड़कर भाग निकला था, उसे भी शिवपुरी से पकड़कर इंदौर लाया जा रहा है। आईजी शर्मा और डीआईजी मिश्र ने बताया कि आरोपी अंकुर चौकसे ने महिला कैशियर से रुपए लुटे थे जबकि आरोपी शुभम कोरडे ने बैंक में पिस्टल लहराई थी।

तीन लाख दस हजार रुपए और 2 पिस्टल बरामद।

आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि एक्सिस बैंक की ओर से 5 लाख 35 हजार रुपए की लूट होना बताई गई थी। उनमें से 3 लाख 10 हजार रुपए बरामद कर लिए गए है। वारदात में प्रयुक्त दो पिस्टल भी बरामद कर ली गई है।

आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को 30 हजार का नकद इनाम।

आईजी विवेक शर्मा ने कहा कि बैंक लूट का पर्दाफाश करने में एएसपी शशिकांत कनकने, उनकी टीम और टेक्निकल सेल प्रभारी एसआई श्रद्धा यादव का अहम योगदान रहा। इसके एवज में उन्हें 30 हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया है।

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