इंदौर : पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दस दिनी गणेशोत्सव के दौरान घर- घर में माटी की गणेश प्रतिमाएं विराजित किए जाने का चलन हाल ही के वर्षों में बढा है। अब उससे भी एक कदम आगे बढ़कर गाय के गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमाओं की स्थापना भी की जाने लगी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए साईनाथ मन्दिर नंदानगर गौशाला से जुड़े युवा अक्षय मित्तल ने गोबर से गणेश प्रतिमाएं बनवाई हैं। ये इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं दिखने में भी बेहद आकर्षक हैं।
100 लोगों को उपलब्ध कराया रोजगार।
विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अक्षय मित्तल के काम से मीडियाकर्मियों से रूबरू कराया।उन्होंने अक्षय के साथ गोबर से निर्मित गोबर की मूर्तियों को लांच भी किया। अक्षय ने बताया की नंदानगर और राऊ की गौशालाओं से गोबर एकत्रित कर इन गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है। करीब तीन हजार गणेश प्रतिमाएं बनाई गई हैं जिनमें 100 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। शहर के अलावा बंगलुरु, पुणे आदि स्थानों से भी गोबर से निर्मित इन गणेश प्रतिमाओं को मांग आ रही है।
घर में ही किया जा सकता है विसर्जन।
अक्षय मित्तल ने बताया कि गोबर व प्राकृतिक पदार्थों से निर्मित इन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन घर में ही किया जा सकता है। अगर इन्हें गमलों में विसर्जित किया जाए तो पौधों को भी पोषण मिलेगा।
अक्षय के मुताबिक न्यूनतम मूल्य पर ये गणेश प्रतिमाएं लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। इच्छुक लोग नंदानगर साई मन्दिर गौशाला पर सम्पर्क कर सकते हैं।