कांग्रेसियों ने डीआईजी को सौंपा ज्ञापन, बीजेपी नेताओं पर भी प्रकरण दर्ज करने की मांग की

  
Last Updated:  August 10, 2020 " 11:06 am"

इंदौर : बीजेपी नेताओं की शिकायत पर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाने से कांग्रेसी भड़क गए हैं। सोमवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष की अगुवाई में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता डीआईजी ऑफिस पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए जीतू पटवारी पर दर्ज प्रकरण वापस लेने और कर्फ्यू का उल्लंघन कर रात 11 बजे डीआईजी ऑफिस जानेवाले बीजेपी नेताओं पर भी कायमी की मांग की गई।

बीजेपी नेताओं पर दर्ज हो प्रकरण।

कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सोमवार सुबह डीआईजी ऑफिस परिसर में एकत्रित हुए। वहां शिवराज सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ उन्होंने नारेबाजी कर अपना आक्रोश जताया। बाद में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के नेतृत्व में वे डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र से मिलने पहुंचे। शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने जीतू पटवारी के खिलाफ तुरत- फुरत प्रकरण दर्ज करने पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने डीआईजी को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन के जरिए कर्फ्यू का उल्लंघन कर रात 11 बजे डीआईजी से मिलने वाले बीजेपी नेताओं पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई। विनय बाकलीवाल ने बीजेपी के ऐसे 9 नेताओं पर भी प्रकरण दर्ज करने की मांग की , जिन्होंने पूर्व में राहुल गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इन बीजेपी नेताओं में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, बीजेपी आईटी सेल इंचार्ज अमित मालवीय, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, अमित पांचाल, जिला संयोजक बीजेपी आईटी सेल, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, कर्नाटक के चिकमंगलूर से बीजेपी सांसद करण्डलाजे और इंदौर शहर बीजेपी के पदाधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी पर भी मामला दर्ज करने की मांग की गई है।

बीजेपी की कठपुतली बन गया है प्रशासन।

ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने पुलिस प्रशासन पर बीजेपी की कठपुतली बनकर काम करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे तुकोगंज थाना क्षेत्र में रहते हैं तो विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ छत्रीपुरा थाने में किस आधार पर शिकायत दर्ज की गई। विनय बाकलीवाल के मुताबिक जिन 9 बीजेपी नेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग उन्होंने की है, उनके खिलाफ दस्तावेजी सबूत भी ज्ञापन के साथ डीआईजी मिश्र को दिए गए हैं। इसी के साथ पूर्व मंत्री जीतू पटवारी पर दर्ज मामले को वापस लेने की मांग भी की गई है। बाकलीवाल के मुताबिक तीन दिन में उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।

ज्ञापन सौंपने वालों में विनय बाकलीवाल के अलावा विधायक विशाल पटेल, वरिष्ठ नेता कृपाशंकर शुक्ला, अर्चना जायसवाल, राजेश चौकसे, भंवर शर्मा, राकेश यादव, दीपू यादव, रुबीना खान और अन्य कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।

जांच के बाद करेंगे उचित वैधानिक कार्रवाई।

डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र का इस मामले में कहना था कि ज्ञापन के साथ कुछ दस्तावेज भी दिए गए हैं। उनका परीक्षण कराने के बाद उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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