नई दिल्ली : भारत-चीन के बीच सीमा पर लंबे समय से चल रहे तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने चीन पर तीसरी ‘डिजिटल स्ट्राइक’ करते हुए दुनियाभर में लोकप्रिय गेमिंग एप PUBG समेत 118 मोबाइल एप्स को बैन कर दिया है। इससे पहले भी सरकार कई चीनी कंपनियों की एप को बैन कर चुकी है। सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने प्रतिबंधित की गईं एप्स को देश की सुरक्षा, संप्रभुता, एकता के लिए नुकसानदेह बताया है।
एप्स को बैन किए जाने की जानकारी देते हुए आईटी मंत्रालय ने कहा, ‘सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69-ए के तहत इस फैसले को लागू किया है। ये सभी 118 मोबाइल एप्स विभिन्न प्रकार के खतरे उत्पन्न कर रही थीं, जिसके चलते इन्हें ब्लॉक किया गया है।’ मंत्रालय ने आगे कहा कि ये एप्स ऐसी गतिविधियों में लगे हुए हैं, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता और सुरक्षा के लिए नुकसानदायक हैं।
सरकार ने जिन 118 मोबाइल एप्स को बैन किया है, उनमें APUS लॉन्चर प्रो थीम, APUS सिक्योरिटी-एंटीवायरस, APUS टर्बो क्लीनर 2020, शाओमी की शेयर सेव, फेसयू, कट कट, बायडु, कैमकार्ड शामिल हैं। इसके अलावा, वीचैट रीडिंग, पिटू, इन नोट, स्मॉल क्यू ब्रश, साइबर हंटर, लाइफ आफ्टर आदि ऐप्स भी शामिल हैं।
मंत्रालय ने आगे कहा, ‘सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय को विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें चोरी के लिए एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल एप के दुरुपयोग और यूजर्स के डेटा का गलत इस्तेमाल शामिल है।’आईटी मंत्रालय ने कहा कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र व गृह मंत्रालय ने भी इन एप्स को ब्लॉक करने के लिए विस्तृत सिफारिश भेजी है। भारत की संप्रभुता के साथ-साथ हमारे नागरिकों की गोपनीयता को नुकसान पहुंचाने वाले एप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है।’
अब तक 224 चाइनीज एप्स किए गए हैं प्रतिबंधित।
भारत सरकार तीन चरणों में अब तक कुल 224 चाइनीज एप्स प्रतिबंधित कर चुकी है जिसमें टिकटॉक भी शामिल है।