सैम करेन लूट ले गए झामा…!

  
Last Updated:  September 23, 2020 " 01:36 pm"

🥎 नरेंद्र भाले 🥎

इस मौके पर झामा शब्द इसलिए मुझे याद आया क्योंकि डांस शो में तमाम तामझाम के साथ किया गया नृत्य वह भी एक बंदे के संयुक्त प्रयासों के दम पर मजमा लूट ले उसे झामा कहते हैं। तमाशा से मुझे याद आया चंद्रशेखर शर्मा उर्फ चंदू काका का तमाशा। मेरे अभिन्न मित्र चंदू काका का फेसबुक पर आलेख पढ़ा। मन प्रसन्न हो गया। शब्दों की बाजीगरी कोई इस बंदे से सीखे । मानो शब्द इसकी कलम के गुलाम है। लेकिन उनके तमाशे में दो बातों का ज़िक्र केवल अपनी व्यस्तताओं के कारण वह भूल गए । वास्तव में मुंबई इंडियंस के मुंह से जीत का निवाला दो कारणों से निकल गया। एक तो बर्फ की सील्लियो वाले दिमाग के धनी धोनी तथा दूसरा महत्वपूर्ण टर्निंग प्वाइंट रहा सैम करेन को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजना। विकट परिस्थितियों में केदार जाधव पैड बांधकर लंबे समय से बैठे रहे, साथ ही खुद धोनी भी।
आपातकाल की स्थिति में धोनी ने नवजात सैम करेन को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा और इस बंदे ने अपने लोंग हैंडल से मगरमच्छ के जबाड़े से मैच इस तरह निकाल लिया, मानो मक्खन से छूरी। किसी को भी गुमान नहीं था कि जिसके मूछों की कोपलें अभी ठीक से फूटी भी नहीं वह शेर के जबड़े से जीत का निवाला नाटकीय अंदाज में निकाल लेगा। आखिर कौन है यह करेन ? सभी को याद है कि 1983 के विश्वकप में कपिल देव ने अपनी तूफानी पारी से जिंबाब्वे के मंसूबे ध्वस्त कर दिए थे। बंदे ने अकेले शीर्ष क्रम से मध्यक्रम ध्वस्त होने के दौरान एक विलक्षण पारी का सृजन इस अंदाज में किया मानो कोई कुशल चितेरा कैनवास पर अनोखे चटक रंग भर रहा हो। कपिल के पश्चात विपक्ष की तरफ से अनजान केविन करेन ने भी लगभग मृत आत्मा में प्राण फूंकने के बहुतेरे प्रयास किए लेकिन वह न केवल चमत्कारी शतक जड़ पाया बल्कि मृतप्राय टीम को संजीविनी भी नहीं दे पाया।यह इतिहास हो गया । कपिल सभी को याद रहे लेकिन दुर्भाग्य से केविन को सभी भूल गए। इस झामे का सार केवल इतना ही है कि आखिर सैम करेन कौन सी बला है, केविन करेन का तीसरा पुत्र। इस बंदे ने मात्र 6 गेंदों की पारी में दिखा दिया कि धोनी ने उन पर जो विश्वास दिखाया, इस नन्हे ने उसे सार्थक कर दिया। डुप्लेसिस अपने चरम पर रहे लेकिन मजमा लूटने का सारा श्रेय सैम करेन को ही जाता है जिन्होंने लड़कपन में ही शेर की मूछें नोचने का जिगरा दिखाया। चेन्नई जीत गई लेकिन सारे झामा का श्रेय सैम के नाम बन गया। कोई माने या ना माने यही सच है और काका आप भी मेरी बात से सहमत होंगे। यहां कहना तो जल्दबाजी होगी लेकिन इसमें संदेह नहीं है कि भविष्य में यह बंदा श्रेष्ठ हरफनमौला इयान बाॅथम, कपिल देव, सर रिचर्ड हैडली के जूतों में पैर रखने का माददा रखता है, खैर यह तो समय ही बताएगा। ज्ञातव्य है की केविन के 3 पुत्र है बेन, टॉम तथा सैम। तीनों ही इंग्लैंड के लिए खेलते हैं। सैम इस झामें में आपने कपिल के साथ साथ केविन की याद दिला दी।

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