मृत किसानों के सम्मान में युवा कांग्रेस का ‘एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम’ अभियान

  
Last Updated:  January 12, 2021 " 03:43 am"

इंदौर : अखिल भारतीय युवा कांग्रेस नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर चलाए जा रहे आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले 60 से अधिक किसानों के सम्मान में ‘एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम’ अभियान मप्र से प्रारम्भ किया है।
सोमवार को इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवीजी, राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव और प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने यह जानकारी दी।
उन्होनें बताया कि इस अभियान के तहत युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता जिला व ग्रामीण स्तर पर एक मुट्ठी मिट्टी एकत्रित करेंगे। किसानों के गांवों और खेतों से लाई गई मिट्टी युवा कांग्रेस के दिल्ली स्थित कार्यालय पर ले जाएगी। वहां मृत किसानों को श्रद्धांजलि स्वरूप इस मिट्टी से भारत का मानचित्र स्मारक के रूप में बनाया जाएगा।

किसानों से मिलने का पीएम मोदी के पास समय नहीं।

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के पास किसानों से मिलने का समय नहीं है। इतने किसानों की दिल्ली सीमा पर मौत हो गई लेकिन उनकी संवेदना नहीं जागी। बिगड़े मौसम में भी किसान काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। जबकि केंद्र सरकार उनके आंदोलन को कुचलने में लगी हुई है। केंद्र की तानाशाही के खिलाफ और किसानों की मांगों के समर्थन में कांग्रेस खड़ी है। युवा कांग्रेस नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी को अमेरिका के लोकतंत्र की चिंता है लेकिन 40 दिन से धरना- प्रदर्शन कर रहे लाखों किसानों की आवाज सुनाई नहीं दे रही है। मोदी सरकार गूंगी, बहरी और तानाशाह हो गई है।

किसानों पर थोपे जा रहे नए कृषि कानून।

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय पदाधिकारी श्रीनिवास, अल्लावरु और राहुल राव ने कहा कि नए कृषि कानून लाने के पहले मोदी सरकार ने किसी भी राजनैतिक दल अथवा किसान संगठनों से बात नहीं की। वह मनमाने ढंग से इन कानूनों को किसानों पर थोप रही है।

अम्बानी- अडानी को पहुंचाया जा रहा लाभ।

युवा कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अंबानी व अडानी जैसे कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए ये कृषि कानून लेकर आई है। छोटे और मझौले किसान इन कानूनों के चलते इन कारपोरेट घरानों के गुलाम बन जाएंगे। मनमाने दाम पर उपज खरीदकर ये उद्योगपति उसकी जमाखोरी करेंगे और ऊंचे दामों पर बेचेंगे। इससे आम उपभोक्ताओं को महंगा राशन खरीदने को बाध्य होना पड़ेगा।

ब्रिटिश पीएम का दौरा रद्द होना इसी का उदाहरण।

युवा कांग्रेस नेताओं के मुताबिक 26 जनवरी को ब्रिटिश पीएम का भारत दौरा रद्द करना साफ तौर पर दर्शाता है कि विश्व बिरादरी भी मोदी सरकार के किसानों को लेकर रवैये से खुश नहीं है।

युवा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कहा कि युवा कांग्रेस किसानों की लड़ाई में उनके साथ पूरी दृढ़ता से खड़ी है। यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक मोदी सरकार काले कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती।
पत्रकार वार्ता में आगर के विधायक विपिन वानखेड़े, इंदौर शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान और जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष दौलत पटेल सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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