भोपाल: शराब ठेकेदार के साथ विवाद के मामले में पुलिस की कार्रवाई से नाराज कांग्रेस के विधायक पाचीलाल मेडा की इस्तीफे की धमकी ने असर दिखाया। भोपाल स्थित अपने निवास पर पत्रकारों को बुलाकर विधायक मेडा इस्तीफे की घोषणा करने जा रहे थे कि मंत्री बाला बच्चन और प्रद्युम्न सिंह तोमर वहां पहुंचे और उन्हें मीडिया से बात करने से रोका। दोनों मंत्री विधायक मेडा को बलपूर्वक अपने साथ ले गए।
कमलनाथ से कराई मुलाकात।
मंत्री द्वय बच्चन और तोमर ने विधायक मेडा की मुलाकात सीएम कमलनाथ से करवाई। करीब आधे घंटे तक चली मुलाकात में विधायक मेडा ने सीएम को समूचे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए धार कलेक्टर और एसपी के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि शराब ठेकेदार ने उन्हें 20 लाख का प्रलोभन देने की भी कोशिश की। विधायक मेडा ने कलेक्टर – एसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की। सीएम कमलनाथ ने मेडा को आश्वस्त किया कि वे इस मामले में उचित कदम उठाएंगे।
पुलिस ने बिठाया थाने में..।
इसके पूर्व अपने बयान में धरमपुरी जिला धार के विधायक मेडा ने कहा कि शराब माफिया के कहने पर पुलिस ने उन्हें 4 घंटे तक थाने में बिठाए रखा। कांग्रेस का राज होते हुए भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है इसलिए दुखी होकर इस्तीफा दे रहा हूँ। विधायक मेडा ने शराब माफिया से अपनी जान को भी खतरा बताया था।
बातचीत का ऑडियो जारी करें- बीजेपी।
विधायक मेडा के मामले में बीजेपी भी कूद पड़ी है। बीजेपी नेता हितेश वाजपेयी ने आरोप लगाया है कि विधायक मेडा 2 करोड़ की मांग कर रहे थे जबकि शराब ठेकेदार 20 लाख देने को तैयार था। ठेकेदार ने विधायक मेडा से बातचीत के दौरान सीएम कमलनाथ का भी जिक्र किया था। हितेश वाजपेयी ने विधायक मेडा और शराब ठेकेदार के बीच बातचीत को सार्वजनिक करने की भी मांग की है।