इंदौर : एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित 51वीं अंतरराष्ट्रीय राउंड स्क्वेयर कांफ्रेंस में हिस्सा लेने लिए विश्व के 55 देशों के हजारों स्टूडेंट्स आए हुए हैं। बीते कई दिनों से इंदौर में विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा ले रहे इन स्टूडेंट्स ने एक सुर में कहा कि इंदौर आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। यहां की मेहमान नवाजी का कोई जवाब नहीं है।
स्टूडेंट्स ने शेयर किए अपने अनुभव।
कनाडा के मैक्लाचलान कॉलेज की सोफिया ग्रेग क्लास में सबसे पहले आकर पहली सीट पर बैठ पेंटिंग में रंग भरने लगी। सोफिया ने कहा- यहां आकर मजा आ गया। भारत की संस्कृति के बारे में मैंने बहुत सुना था, लेकिन अब अहसास हुआ कि जितना सुना था उससे कहीं ज्यादा अच्छा है यह देश। यहां पिछले कुछ दिन इतने अच्छे बीते कि बता नहीं सकती। स्कूल में आकर और स्थानीय स्टूडेंट्स से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। पड़ोस में बैठी दो स्थानीय स्टूडेंट्स ने सोफिया को बताया कि आप जिस पेंटिंग में रंग भर रही हैं, वह गरबा डांस की है। इन दिनों भारत में नवरात्री महोत्सव चल रहा है, जिसमें गरबा डांस किया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के बिशप ड्रूट कॉलेज के चार्ल्स वेरगुइजास ने कहा- मैं पहली बार भारत और इंदौर आया हूं, लेकिन यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। हम मांडू घूमने गए थे।वहां भारत की ऐतिहासिक इमारतों को देखने और जानने का मौका मिला। हमें भारत को भोजन बहुत अच्छा लगा।
कनाडा के लोअर कनाडा कॉलेज में पढ़ने वाली क्रिर्स्टन हार्डी 16 साल की हैं। उन्होंने कहा- मुझे बच्चों के बीच अच्छा लगता है। मैं भी बड़ी होकर टीचर बनना चाहती हूं। इंदौर में कोई एक चीज नहीं बल्कि हर बात अच्छी लगी। यहां आने से पहले जितना सोचा था, उससे ज्यादा मजा आया।
चीन की स्टूडेंट्स ने बनवाई मेंहदी ।
भारत में त्यौहारों पर परंपरागत रूप से महिलाएं मेंहदी बनवाती हैं। विदेशों में भले ही टैटू का क्रेज हो, लेकिन भारत की मेंहदी के प्रति भी विदेशी स्टूडेंट्स में खासा क्रेज दिखा। यहां आई कई लड़कियों ने हाथों में मेंहदी बनवाई। जर्मनी की शिझियांग हुआंग ने बताया कि मैं नहीं जानती इसे क्या कहते हैं, लेकिन मुझे यह पसंद है। शिझियांग मूलत: चीन की हैं, लेकिन जर्मनी में रहकर पढ़ाई कर रही हैं।