इंदौर : धर्म को तिलांजलि देकर भौतिक विज्ञान से प्राप्त विकास समाज में चकाचौंध तो ला सकता है लेकिन सुखी नहीं बना सकता। श्रीमद भागवत वेदों का निचोड़ है जो भक्तों के दिल में भक्ति का सृजन कर ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति कराता है। ये विचार ब्रह्मचारी धनंजय शास्त्री वैद्य ने व्यक्त किये। वे साउथ तुकोगंज स्थित नाथ मंदिर में चल रहे मराठी भागवत कथा सप्ताह में विभिन्न प्रसंगों की व्याख्या कर रहे थे। उन्होंने श्रद्धालुओं की जिज्ञासा को भी शांत किया।
नाथ मंदिर संस्थान की ओर से बाबा महाराज तरानेकर, मनीष ओक और संजय नामजोशी ने भगवत मर्मज्ञ धनंजय शास्त्रीजी का स्वागत किया। प्रतिदिन शास्त्रीजी शाम 5 से रात 8 बजे तक श्रीमद भागवत की विस्तृत विवेचना करेंगे।
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