इंदौर : केंद्र की मोदी सरकार पर मप्र के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए सत्ताधारी दल कांग्रेस ने सोमवार को प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना- प्रदर्शन किया।
इंदौर में कलेक्टर कार्यालय पर सुबह 11 से दोपहर 1बजे तक धरना- प्रदर्शन किया गया। शहर व जिला कांग्रेस इकाई के बैनर तले किये गए इस आंदोलन में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली गई। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को फसलों की नुकसानी का मुआवजा देने के लिए सीएम कमलनाथ ने खुद पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उनसे 6 हजार 6 सौ करोड़ रुपए की राहत राशि देने की मांग की थी पर 2 माह बाद महज 1हजार करोड़ रुपए देकर केंद्र सरकार ने इतिश्री कर ली। जबकि बीजेपी शासित राज्यों को नुकसान राहत के बतौर बड़ी राशि दी गई। कांग्रेस नेताओं का कहना था मप्र में कांग्रेस की सरकार होने से उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है। केंद्र ने जो राशि दी है वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
कांग्रेसियों ने प्रदेश के साथ किये जा रहे कथित भेदभाव को लेकर बीजेपी के सांसदों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए।
कांग्रेस नेताओं ने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना की।
धरना आंदोलन में वरिष्ठ नेता सीपी शेखर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टण्डन, कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर के विधायक विशाल पटेल, पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, अश्विन जोशी, वरिष्ठ नेता अजय राठौड़, राजेश चौकसे, गिरधर नागर, पिंटू जोशी और मंजूर बेग सहित अन्य नेता, महिला नेत्रियां और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस का धरना आंदोलन
Last Updated: November 25, 2019 " 12:56 pm"
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