इंदौर : स्कीम नम्बर 78 स्थित कंचन विहार कॉलोनी निवासी बिल्डर कैलाशचंद्र गोयल के बंगले में हुई डकैती की वारदात के आरोपियों का पुलिस अभी तक पता नहीं लगा पाई है। बिल्डर के बंगले और कॉलोनी के अन्य घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ पुलिस संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।पुलिस को वारदात में बिल्डर के किसी परिचित, कर्मचारी, नौकर, या करीबी के शामिल होने का शक है। लेनदेन के विवाद से भी इस वारदात को जोड़कर देखा जा रहा है।
लाखों का माल लूटकर हुए थे फरार।
डकैती की ये वारदात मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे घटित होना बताई गई है। एक वैन बिल्डर गोयल के घर से कुछ दूरी पर आकर रुकी। उसमें से लगभग 5 नकाबपोश बदमाश नीचे उतरे जबकि एक वैन में ही बैठा रहा। पांचों नकाबपोश बदमाश बिल्डर गोयल के बंगले की ओर बढ़े। उन्होंने बंगले के बाहर तैनात दो सुरक्षा गार्डों राजकुमार और हरिकिशन को कट्टे की नोक पर बंधक बना लिया और उनकी बन्दूक छीन ली। बदमाश दोनों गार्डों को धकेलकर बंगले के परिसर में ले गए और उनके हाथ- पांव बांध दिए। बाद में बदमाश बंगले में घुसे और बिल्डर के पुत्र मुकेश, अंकेश व परिवार के अन्य सदस्यों को बंधक बनाकर बिल्डर से नोटों से भरा बैग उनके हवाले करने की मांग की। रुपयों से भरा बैग व ज्वेलरी सहित लाखों का माल लूटकर बदमाश वहां से फरार हो गए। हालांकि उन्होंने परिवार के किसी सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचाया।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात।
डकैती की ये वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों के फिंगर प्रिंट और अन्य साक्ष्य इकठ्ठे करने के साथ बिल्डर के घर व कॉलोनी में आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में बदमाशों के आने और सुरक्षा गार्डों को बंधक बनाने के बाद बंगले में घुसने का घटनाक्रम कैद है। जिस ढंग से डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया उससे पुलिस को किसी जानकार व्यक्ति के इसमें शामिल होने का शक है। उसका मानना है कि रैकी कर योजनाबद्ध तरीके से ये वारदात की गई।
सुरक्षा गार्ड्स भी शक के दायरे में।
पुलिस ने इस बात पर हैरत जताई है कि बन्दूकधारी गार्ड्स ने बिना प्रतिरोध के बदमाशों के समक्ष समर्पण कर दिया। दोनों गार्ड्स को शक के दायरे में लेते हुए उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
सवालों के घेरे में पुलिस की सक्रियता।
जिस तेजी से चोरी, लूट, डकैती व अन्य संगीन वारदातें शहर में घटित हो रहीं हैं, बेखौफ बदमाश आम जनता और व्यापारियों को डरा- धमकाकर अवैध वसूली कर रहे हैं, उससे पुलिस की सक्रियता और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस को गुंडे- बदमाशों के खिलाफ कारगर कदम उठाने की जरूरत है ताकि शहर की जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।