उज्जैन : नागरिकता संशोधन कानून का हिंसात्मक विरोध कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के लिए गले की हड्डी बन सकता है। बीजेपी नागरिकता कानून की हकीकत से लोगों को रूबरू कराने के लिए घर- घर दस्तक दे रही है वहीं आम लोग भी इसके समर्थन में सड़कों पर निकलने लगे हैं। वे यह मानने लगे हैं कि कांग्रेस और वामपंथी दल नागरिकता कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं।
यही वजह है कि इस कानून का समर्थन करनेवालों की तादाद लगातार बढ़ रही है।
सोमवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में विशाल रैली निकाली गई। उज्जैन और आसपास के इलाके से लाखों लोग इस रैली में शामिल होने स्वेच्छा से पहुंच गए। यहां तक कि कारोबारियों और छोटे दुकानदारों ने भी अपना व्यवसाय बन्द रखकर रैली में शिरकत की। ऐसा जनसैलाब उज्जैन के इतिहास में बहुत कम देखने को मिला है। हाथों में सीएए का समर्थन करनेवाले बैनर लिए लोगों ने शांतिपूर्ण ढंग से मौन रैली निकाली। लाखों की भीड़ होने के बाद भी रैली बेहद अनुशासित रही। लोग हाथों में 300 मीटर लम्बा तिरंगा भी लिये चल रहे थे। आगर रोड से शुरू हुई ये मौन रैली विभिन्न मार्गों से होती हुई फ्रीगंज स्थित घंटाघर चौक पहुँचकर समाप्त हुई।
अराजकता फैलाने वालों के मुंह पर करारा तमाचा।
लाखों लोगों ने नागरिकता कानून के समर्थन में अनुशासित व शांतिपूर्ण रैली निकालकर उन विरोधियों के मुंह पर करारा तमाचा मारा जिन्होंने देशभर में आगजनी, तोड़फोड़ और उत्पात मचाकर अराजकता का माहौल बना दिया था। उन हिंसक प्रदर्शनों में करोड़ों रुपए की सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पंहुचाया गया था।