इंदौर : विश्व हिन्दू परिषद भी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आगे आया है। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बुधवार को पत्रकार वार्ता के जरिये नागरिकता संशोधन कानून लाने के लिए मोदी सरकार को बधाई दी। श्री परांडे के अनुसार नागरिकता कानून (सीएए ) को लेकर देशभर में दुष्प्रचार किया जा रहा है। यह कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यक हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून है। ये देश के किसी भी नागरिक को प्रभावित नहीं करता। विहिप सीएए को लेकर किये जा रहे दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए जनजागरण अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वामपंथी दल राजनीतिक स्वार्थ और तुष्टीकरण के चलते सीएए का विरोध कर रहे हैं।
मप्र सरकार गौतस्करों पर नहीं कर रही कार्रवाई।
विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने मप्र की कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि वह हिन्दूओं के खिलाफ की जा रही साजिश को अनदेखा कर रहे हैं। महाराष्ट्र सीमा पर गौ तस्करी बहुत बढ़ गई है। रतलाम- मंदसौर क्षेत्र में हिदू कार्यकर्ताओं की हत्या के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके अलावा झाबुआ में ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण की गतिविधियां तेजी से चला रहीं हैं, जिनके सबूत भी शासन- प्रशासन को दिए गए हैं पर कमलनाथ सरकार किसी भी मामले में कोई कदम नहीं उठा रही है। अगर मप्र सरकार नहीं चेती तो विहिप बड़ा आंदोलन करेगी।
हिन्दू मन्दिरों के अधिग्रहण का विरोध।
विहिप के केंद्रीय महामंत्री श्री परांडे ने आंध्रप्रदेश में हिन्दू मन्दिरों के अधिग्रहण, मन्दिरों के संचालन में गैर हिंदुओं को शामिल करने और मौलवियों व पादरियों को सरकार के खजाने से वेतन देने के फैसले पर भी कड़ा एतराज जताया। उनका कहना था कि विहिप, आंध्रप्रदेश सरकार के हिन्दू विरोधी और असंवैधानिक निर्णयों के खिलाफ आंदोलन करेगी और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी।