*संजय पटेल*
इंदौर:भक्ति,प्रकृति,प्रेम,राष्ट्र,जीवन,संबंध,संगीत,दोस्ती,त्योहारलोक रंग जैसे पहलुओं को लेकर एक सुरीली चित्रपट गीतमाला ‘जीवन के रंग’ रवीन्द्र नाट्य गृह में वनबंधु परिषद की इन्दौर शाखा के बैनर तले आयोजित की गई। पुणे के प्रतिभावान गायक धवल चांदवडकर, रसिका गानू और इन्दौर के स्वरांश पाठक ने अपने मधुर स्वर से इस शाम वासंती बयार का अहसास करवा दिया।
वंदेमातरम, तुम आशा विश्वास हमारे, हमको मन की शक्ति देना, तू प्यार का सागर है,ये हवा ये रात ये चांदनी, आहा रिमझिम के प्यारे प्यारे प्यारे गीत लिए, एक प्यार का नग़मा है, जमीं से हमें आसमां पर, कर चले हम फ़िदा जानों तन साथियों,मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया, मैं तो भूल चली बाबूल का देस, हम से आया न गया, फिर वही शाम,दीये जलते हैं, यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िन्दगी, मैनें रंग ली आज चुनरिया और उड़े जब जब ज़ुल्फ़ें तेरी जैसे लोकप्रिय गीतों की पेशकश ने कार्यक्रम को चित्रपट संगीत की विविधता और रेंज का अहसास करवा दिया। धवल ने रफ़ी और तलत महमूद की गीतिधारा को पेश करते हुए श्रोताओं की दाद बटोरी वहीं, रसिका की भावभीनी और अहसास से भरी गायकी ने गुज़रे ज़माने के संगीत की मिठास का पता दिया। कार्यक्रम के सूत्रधार थे संजय पटेल। स्वरांश पाठक के समूह ने कोरस गीतों को प्रभावी बना दिया। संगीत संयोजन नीतेश-भोला ने किया। देवास ज़िले के शहीद सैनिक संदीप सिंह यादव के परिजनों को एकल अभियान परिवार की ओर से इक्यावन हज़ार रूपये की सम्मान राशि और अभिनंदन पत्र भेंट किया गया. आई.टी कम्पनी यश टेक्नोलॉजीज़ के पितृ-पुरूष मदनगोपाल बाहेती की स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम की ख़ास मेहमान थीं शांतादेवी बाहेती,कीर्ति और मनोज बाहेती। स्वागत राम अवतार जाजू, रसनिधिकुमार गुप्ता,शिखा मुछाल,माधवी झँवर ने किया। आभार नरेन्द्र सिंघल ने माना।