हाईकोर्ट ने दिग्विजय सिंह को दिया झटका, बागी विधायकों ने भी सुनाई खरी- खरी..

  
Last Updated:  March 18, 2020 " 04:20 pm"

बंगलुरु : मप्र का सियासी ड्रामा अब बंगलुरु और दिल्ली तक पहुंच गया है। बुधवार को कमलनाथ केबिनेट के मंत्रियों के साथ बंगलुरु पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सिंधिया समर्थक विधायकों से मिलने की कोशिश की पर असफल रहे। इसके बाद उन्होंने कर्नाटक हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और बागी विधायकों से मिलने की अनुमति मांगी। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया।

धरने पर बैठ गए थे दिग्विजय सिंह।

दिग्विजय सिंह कमलनाथ सरकार के 8 मंत्रियों के साथ बंगलुरु के उस रिसोर्ट पर पहुंचे थे जहां सिंधिया समर्थक 22 विधायक डेरा जमाए हुए हैं। दिग्विजय सिंह ने रिसोर्ट में जाने का प्रयास किया तो वहां विधायकों की सुरक्षा में तैनात बंगलुरु पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उनका कहना था कि वे राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी हैं, इस नाते विधायकों से मिलना चाहते हैं जिन्हें बीजेपी ने बंधक बनाकर रखा है। लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं मानी। इस बात से नाराज दिग्विजय सिंह मंत्रियों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए। इस बीच स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता भी वहां पहुंचने लगे। हंगामा बढ़ता देख बंगलुरु पुलिस ने दिग्विजय सिंह व उनके साथियों को हिरासत में ले लिया और वहां से ले गई।

बागी विधायकों ने मिलने से किया इनकार, सुनाई खरी-खरी।

दिग्विजय सिंह के सियासी ड्रामें के बाद बागी विधायकों ने वीडियो जारी कर साफ कर दिया कि वे दिग्विजय से मिलना नहीं चाहते।मनोज चौधरी, कमलेश जाटव, जसवंत जाटव और जसपाल सिंह जज्जी सहित तमाम विधायकों ने दिग्विजय सिंह को खरी- खरी सुनाते हुए कहा कि जब वे अपनी बात सरकार से कहना चाहते थे तब उनकी नहीं सुनी गई। अब जबकि वे अपने इस्तीफे स्पीकर को भिजवा चुके हैं और स्वेच्छा से यहां पर हैं तो उनसे मिलने के नाम पर नौटंकी की जा रही है। बागी विधायकों ने कांग्रेस की दुर्गति के लिए भी दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कर्नाटक सरकार से उनकी सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की।

बीजेपी ने चुनाव आयोग से की दिग्विजय सिंह की शिकायत।

इधर बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि 26 मार्च को राज्यसभा के लिए चुनाव होना है।
दिग्विजय सिंह उसमें प्रत्याशी हैं।वे बागी विधायकों पर दबाव बनाकर और उन्हें प्रलोभन देकर अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए बंगलुरु गए थे। हालांकि बागी विधायकों ने उनसे मिलने से मना कर दिया। बीजेपी ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए दिग्विजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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