नई दिल्ली : आम आदमी और कारोबारियों की आर्थिक स्थिति पर लॉकडाउन के असर को देखते हुए आरबीआई ने अहम घोषणाएं कीं हैं।
लोन की किश्त चुकाने की छूट 3 माह और बढ़ाई।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि लोन की किश्त चुकाने में मार्च में जो 3 महीने की छूट दी गई थी, उसे 3 महीने और बढ़ाया जा रहा है। यानी यह स्कीम अगस्त तक रहेगी। प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट 0.40% कम किया गया है ताकि लोन और सस्ते हों। रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों को आरबीआई से कर्ज मिलता है। बैंकों को सस्ता कर्ज मिलेगा तो वे अपने ग्राहकों के लिए भी ब्याज में कमीं कर पाएंगे।
आरबीआई ने टर्म लोन की किश्त चुकाने में तीन महीने की छूट दी है। सभी कमर्शियल, रीजनल, रूरल, एनबीएफसी और स्मॉल फाइनेंस बैंकों को सभी तरह के टर्म लोन की ईएमआई वसूलने से रोक दिया गया है। ग्राहक खुद चाहें तो भुगतान कर सकते हैं, बैंक दबाव नहीं डालेंगे।
आरबीआई के फैसलों का ये होगा असर..
अगले तीन महीने तक ऐसे किसी भी व्यक्ति के खाते से किश्त नहीं कटेगी, जिन्होंने कर्ज ले रखा है। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ेगा। तीन महीने तक लोन की किश्त नहीं चुका पाएंगे तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। तीन महीने की अवधि के बाद आपकी ईएमआई दोबारा शुरू हो जाएगी। हालांकि, इसके ये मायने नहीं हैं कि बकाया कभी चुकाना ही नहीं होगा, मोहलत सिर्फ तीन महीने की है। बस तीन महीने टाल सकते हैं, बाद में पेमेंट करना होगा।