पीवी सिंधू की हार के साथ ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन स्पर्धा में भारत की चुनौती समाप्त

  
Last Updated:  Monday, March 22, 2021  "10:45 am"

इंदौर : आँल इंग्लैंड फाइनल खेलने का सुनहरा मौका विश्व विजेता पी.वी.सिंधु ने खो दिया। 111वीं आँल इंग्लैंड बैडमिंटन स्पर्धा में चीन,कोरिया और ताईपेई के बाद इंडोनेशिया के खिलाड़ियों के भी नही होने का फायदा लक्ष्य, अश्विनी पोनप्पा और सिकी रेड्डी के बाद सिंधु भी नही उठा सकी, दूसरी बार सेमीफाइनल खेलते हुए पाँचवें क्रम की सिंधु ,थाईलैंड की 23वर्षीय पोर्नपवी चोचुवोंग से 17-21,9-21से हार गई। पहले गेम में 6-11,8-14 और 13-17से पिछडने के बाद सिंधु छठवें क्रम की पोर्नपवी को16-17 तक ले गई, लेकिन फिर पोर्नपवी के करारे स्ट्रोक में उलझ गई और गलतियां करती रही,दूसरा गेम तो एकतरफा रहा,पोर्नपवी 11-4की बढत लेकर पहली बार आँल इंग्लैंड के फाइनल मे पहुंची है।

नोझोमी दूसरी बार जीतेगी?

पूर्व विश्व विजेता थाईलैंड की रत्चानोक इन्तेनान,दूसरे क्रम की जापानी नोझोमी ओकुहारा से 21-16,16-21,19-21से 1घंटे 11मिनट में हारी, विश्व नंबर 4 नोझोमी दूसरी बार खिताब की दावेदारी करेगी, वे 2016 में यह खिताब जीत चुकी हैं।

जापान को पहली बार तीन या चार खिताब

जापान के खिलाड़ी चार वर्गों के फाइनल में है, और तीन खिताब तो उन्हें मिलना तय है, तीनों युगल फाइनल जापानी
जोडियों के ही बीच हैं। आँल इंग्लैंड इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है। पहली बार जापान तीन खिताब जीतेगा और चौथा खिताब भी जीत सकता है। जापान के युता वातनाबे लगभग दो दशक बाद इस स्पर्धा के दो फाइनल खेलने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी हैं। युता, हिरोयुकी इन्डो के साथ पुरुष और अरिसा हिगाशिनो के साथ मिश्रित युगल के फाइनल में हैं। इससे पहले कोरिया के किंम डोंग मून, 2,000और 2002 में हा ताई क्वोन (पुरुष युगल)और रा क्युन मिन(मिश्रित युगल)के साथ आँल इंग्लैंड के दो-दो फाइनल खेले हैं।

विक्टर लगातार तीसरे साल फाइनल में

डेनमार्क के विक्टर एक्सलसेन लगातार तीसरी बार पुरुष एकल फाइनल में है, पिछले विजेता विक्टर ने हमवतन एंडर्स एंटोन्सेन को सेमीफाइनल में 16-21,21-7,21-17 से 1घंटे 7मिनट में हराकर लगातार सातवीं और इस साल लगातार चौथी स्पर्धा के फाइनल में दस्तक दी है। आँल इंग्लैंड के लगातार तीन फाइनल खेलने वाले वे चेन लोंग(चीन)के बाद पहले खिलाड़ी हैं। 2019 में विक्टर फाइनल में केंतो मोमोता से हारे थे। विश्व नंबर एक केंतो इस बार क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के ली जी जिया से नही हारते तो संभव था कि स्पर्धा के पाँचों वर्गों में जापानी फाइनल में होते। 9 दिन बाद ही 23साल पूरे कर रहे ली जी ने इस स्पर्धा में लगातार दूसरे साल सेमीफाइनल खेलते हुए नीदरलैंड्स के मार्क काल्जोयुव को 21-13, 21-17 से हराया। आँल इंग्लैंड का सेमीफाइनल खेलने वाले 24 वर्षीय मार्क पहले डच खिलाड़ी है,जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में भारत के लक्ष्य सेन को तीन गेमों में हराया। वे इससे पहले कभी पहले दौर से आगे नही बढे थे। चार बार के आँल इंग्लैंड विजेता ली चोंग वेई के बाद इस स्पर्धा का फाइनल खेलने ली जी पहले मलेशियाई हैं। ली चोंग वेई 2017 में आखिरी बार जीते थे, ली जी उन्हीं के कदमों पर चल रहे हैं।

धर्मेश यशलहा

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