विकास, विश्वास और नवाचार के रहे बीते तीन वर्ष

  
Last Updated:  August 5, 2025 " 06:15 pm"

मगर निगम में भाजपा शासित मौजूदा निगम परिषद के तीन वर्ष पूरे होने पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गिनाई उपलब्धियां।

इंदौर : नगर निगम में काबिज बीजेपी परिषद के तीन साल पूरे होने पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पत्रकार वार्ता के जरिए तीन साल की उपलब्धियां गिनाई और भविष्य की कार्ययोजना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में असंभव को संभव करने का काम उनकी अगुवाई में निगम परिषद ने किया है। विकास, विश्वास और नवाचार पर उनका फोकस रहा। नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं वहीं भविष्य के इंदौर की आधारशिला भी रखी गई। नगर प्रशासन, तकनीकि नवाचार और नागरिक सहभागिता के समन्वय से शहर में विकास की नई गाथा लिखी गई है। इंदौर नगर निगम द्वारा गत तीन वर्षों में किए गए नवाचारों और योजनाओं ने यह सिद्ध किया है कि जब संकल्प, सेवा और नागरिक सहयोग एक साथ हों, तो कोई भी शहर केवल स्वच्छ नहीं, बल्कि सक्षम, सशक्त और समावेशी बन सकता है।

शहर के समग्र विकास पर दिया ध्यान।

महापौर भार्गव ने कहा कि हमने अपने तीन वर्ष के कार्यकाल में
शहर के समग्र विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। हमने तीन हजार ऐसे कार्य जो नगर निगम की नैतिक जिम्मेदारी हैं, वो पूर्ण किए हैं। इनमें सड़क, पानी, ड्रेनेज सहित मूलभूत कार्य कार्य सम्मिलित हैं।

ये उपलब्धियां गिनाई :-

इंदौर नगर में अलग – अलग जगह पर लगभग 635 किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण किया।

शहर में खराब हो चुकी पानी की पाइप लाइन बदलकर 1550 किलोमीटर पेयजल की पाइप लाइन बिछा ताकि आगामी 25- 30 साल तक जल प्रदाय बिना बाधा के हो सके।

इंदौर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने का काम किया। शहर के 787 स्थानों पर 350 किलोमीटर से अधिक ड्रेनेज लाइनें डाली गईं जो सालों से पेंडिंग थी।

जल स्रोतों को बढ़ाने के लिए शहर के 127 कुओं और 12 से ज्यादा बड़ी व प्राचीन बावड़ियों का पुनरुद्धार कर जल संरक्षण के लिए पुर्नजीवित किया।

बारिश का पानी जमीन में पहुंचे इसके लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जन भागीदारी से 512 रिचार्ज शाफ्ट का निर्माण किया। शहर में 1,41,236 रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट्स की स्थापना की ताकि वर्षा का जल जमीन में पहुंचे।
तीन वर्षों में शहर में 23 नए पुलों का निर्माण हुआ, जिन की कुल लागत ₹326 करोड़ रही।

सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 450 नए कचरा वाहन शहर की सफाई व्यवस्था में जोड़े गए।

65 संजीवनी क्लिनिक स्थापित कर जनता की समर्पित किए।
45 वार्ड में योग शेड का निर्माण किया।

27 पानी की टंकियों का निर्माण कर जल वितरण को सुदृढ किया।

03 लाइब्रेरी की स्थापना कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया।

असम्भव को संभव कर दिखाया।

महापौर भार्गव ने दावा किया कि बीजेपी शासित नगर निगम ने पिछले तीन वर्षों में असंभव प्रतीत होने वाले कई कार्यों को न केवल संभव किया है, बल्कि उन्हें समयबद्ध, पारदर्शी और टिकाऊ स्वरूप में क्रियान्वित भी किया है।

32 वर्षों से लंबित हुकुमचंद मिल के श्रमिकों के बकाया भुगतान का समाधान कर इंदौर नगर निगम ने सामाजिक संवेदनशीलता और प्रशासनिक इच्छाशक्ति का उदाहरण प्रस्तुत किया है।

वर्षों से अवैध कब्जे में रहे धोबी घाट क्षेत्र को नगर निगम ने न्यायोचित कार्रवाई द्वारा अतिक्रमण मुक्त किया।

लगभग 90 एकड़ विवादित और कब्जाई गई भूमि को पुनः अपने अधिकार में लेकर भविष्य की आधारभूत परियोजनाओं के लिए ठोस नींव रखी।

नगर निगम ने नवाचार, तकनीकि सशक्तिकरण और नागरिक सहभागिता के जरिए ₹1000 करोड़ से अधिक की कर वसूली की, जो निगम के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। साथ ही ‘वन टाइम सेटलमेंट योजना’ लागू कर पुराने कर विवादों का समाधान किया।

वर्षों से लंबित ठेकेदार बिलों का 70% से अधिक भुगतान कर नगर निगम ने बुनियादी ढांचे की गति को पुनः तीव्र किया और विकास में बाधा बन रही वित्तीय रुकावटों को समाप्त किया।
तीस वर्षों से लंबित अन्नपूर्णा रोड से फूटी कोठी को जोड़ने वाली सड़क को अतिक्रमण से मुक्त किया और वहां के विस्थापितों का पुनर्वास कर पश्चिम क्षेत्र को इस सड़क की सौगात दी। इसी तरह लगभग बीस वर्षों से अतिक्रमण में फंसी तिलक नगर से रिंग रोड को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया।

पत्रकार वार्ता के दौरान सभी एमआईसी सदस्य और बीजेपी नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा भी मौजूद रहे।

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