इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि सेना में भर्ती को लेकर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के बारे में युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। यह योजना तीनों सेनाओं के प्रमुख और पूर्व सैन्य अधिकारियों के सुझाव का नतीजा है। युवाओं को योजना के उद्देश्य और उससे होनेवाले दूरगामी लाभों का ज्ञान होगा तो वे अग्निवीर बनने के लिए खुद आगे आएंगे। विजयवर्गीय ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही।
अन्य देशों के मुकाबले भारतीय सेना में औसत उम्र अधिक।
विजय वर्गीय का कहना था कि दुनिया बदल रही है अगर हम दुनिया के अन्य देशों के साथ दौड़ में आगे निकल ना चाहते हैं तो हमें कुछ बड़े और कड़े निर्णय लेने पड़ेंगे। कैलाश जी के मुताबिक भारत की सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है लेकिन जहां तक औसत उम्र का सवाल है अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और अन्य देशो की सेना ज्यादा युवा है। वहां औसत उम्र 25 से 26 साल रहती है जबकि भारत में यह उम्र 32 वर्ष है। इसके कारणों को खोजा गया तो पता चला कि इन देशों मे चार छह और 8 साल के अनुबंध पर कोई भी युवा सेना में काम कर सकता है।
अनुशासित और अग्नि वीर का तमगा लेकर निकलेगा युवा।
उन्होंने कहा कि सेना में अनुशासन और आज्ञा का पालन सबसे महत्वपूर्ण होता है। 4 साल की सर्विस के बाद जब कोई युवा सेना से बाहर निकलेगा तो वह अनुशासित व्यक्तित्व लिए होगा। 23 से 25 वर्ष की उम्र में उसके हाथ में 11 लाख रुपए की राशि होगी। उसके सीने पर अग्नि वीर का तमगा होगा। सारे अवसर उसके लिए खुले होंगे। एक फौजी होना उसके लिए सम्मान का प्रतीक होगा। लोग उन्हें नौकरी देकर अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे।
गुमराह होकर कर रहें तोड़फोड़।
विजयवर्गीय के अनुसार अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी किए जाने संबंधी सवाल पर विजयवर्गीय का कहना था कि युवाओं को इस योजना को लेकर गुमराह किया जा रहा है। जब उन्हें हकीकत का ज्ञान होगा तो वह बढ़-चढ़कर इस योजना के तहत होने वाली भर्ती प्रक्रिया में शामिल होंगे। एक सप्ताह बाद ही पता चल जाएगा कि इस योजना के तहत सेना में भर्ती को लेकर युवाओं में कितना जोश है।