इंदौर : सांध्य दैनिक संझा लोकस्वामी के मालिक जीतू सोनी के पुत्र अमित सोनी को दो दिनों तक अपनी हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हें 6 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उधर जीतू सोनी को फरार घोषित कर उनपर इनाम घोषित कर दिया गया है।
शनिवार देर रात लिया था हिरासत में।
संझा लोकस्वामी के दफ्तर, होटल और घर पर शनिवार रात जिला व पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ दबिश दी थी। आबकारी, नगर निगम, खाद्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को भी दबिश में शामिल किया गया था।घंटों चली सर्चिंग के बाद पुलिस ने होटल के साथ अखबार के दफ्तर को भी सील करते हुए जीतू सोनी के बेटे अमित को हिरासत में ले लिया था। रविवार को दिनभर उन्हें एमआईजी थाने में बिठाकर रखा गया। गिरफ्तारी शाम को दिखाकर उन्हें फिर थाने में ही रखा गया। सोमवार दोपहर अमित सोनी को जिला कोर्ट में जेएमएफसी मनीष भट्ट की अदालत में पेश किया गया। सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हें 5 दिन याने 6 दिसंबर तक की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।
नहीं हटाई गई अखबार के दफ्तर की सील..!
संझा लोकस्वामी अखबार के दफ्तर की सील हटाने के मामले में दिनभर अधिकारी बहानेबाजी करते रहे। वे यह नहीं बता पा रहे थे कि अखबार का दफ्तर क्यों सील किया गया और सील हटाई क्यों नहीं जा रही है। पत्रकार बिरादरी में इस बात को लेकर भारी रोष देखा गया।
जीतू सोनी पर 10 हजार का इनाम ।
सूत्रों की मानें तो संझा लोकस्वामी के संपादक और होटल माय होम के संचालक जीतू सोनी को फरार घोषित करते हुए पुलिस ने उनपर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया है।
अलग- अलग कानूनों में दर्ज किए प्रकरण।
पुलिस ने छापे की कार्रवाई के बाद आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट, शासकीय कार्य में बाधा और मानव तस्करी के मामले जीतू सोनी, अमित सोनी व अन्य परिजनों पर दर्ज किए हैं।
छापे में यह मिलने का दावा।
पुलिस प्रशासन का दावा है कि जीतू सोनी के घर, दफ्तर व होटल में दी गई दबिश के दौरान 150 करोड़ रुपए कीमत की प्रॉपर्टी के कागजात, 36 जिंदा व 6 चले हुए कारतूस, लायसेंसी बन्दूक, 125 वीडियो, 45 ऑडियो क्लिप, आदि जब्त हुए हैं। इसके अलावा होटल में संचालित डांस बार में काम करनेवाली 67 महिलाओं व उनके साथ 7 बच्चों को भी मुक्त कराने का दावा पुलिस कर रही है। उसका कहना है कि महिलाओं को वेतन नहीं दिया जाता था।
खाद्य विभाग ने वहां से खाद्य वस्तुओं के सैंपल जुटाए तो नगर निगम को होटल व घर में अवैध निर्माण की जांच करने को कहा गया है।
सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई।
बताया जाता है कि हनी ट्रैप मामले में संझा लोकस्वामी द्वारा लगातार किये जा रहे नए खुलासे अधिकारियों के एक वर्ग में गंभीर चिंता का सबब बन गए थे। उन्हें यह आशंका सताने लगी थी कि उनके ऑडियो- वीडियो उजागर हो गए तो कहीं के नहीं रहेंगे। इसी के चलते सीएम कमलनाथ को भरोसे में लेकर इतने बड़े पैमाने पर छापे की कार्रवाई की योजना बनाई गई और उसे अंजाम दिया गया। सरकार के कुल 9 विभागों के अधिकारियों को इस काम में लगाया गया था।