शहर के विभिन्न मार्गों पर जारी है ट्रायल रन, रूट का अंतिम फैसला बोर्ड बैठक में होगा।
इंदौर : मुम्बई में बरसों से चल रही डबल डेकर बस इन दिनों इंदौर की सड़कों पर भी दौड़ती नजर आ रही है। फिलहाल इस एसी बस का ट्रायल रन चल रहा है। स्विच कंपनी ने यह डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस तैयार की है। यह बस 9 मीटर लंबी और 15 फीट ऊंची है। 65 सीटर इस बस में नीचे 29 और ऊपर 36 यात्री बैठ सकते है। इंदौर वासियों के लिए यह बस कौतूहल का सबब बनीं हुई है। ट्रायल रन के चलते जहां से भी ये बस गुजरती है, लोग आश्चर्य भरी निगाहों से देखते हुए उसे अपने मोबाइल में कैद करने लगते हैं।
इंदौर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और नागरिकों को लोक परिवहन की बेहतर सुविधा दिलाने के लिए लंबे समय से डबल डेकर बस चलाने का प्रयास हो रहा था। इंदौर के महापौर पुष्पमित्र भार्गव ने बताया कि डबल डेकर बस का इंतजार खत्म हो गया है। उन्होंने बताया कि इंदौर की आबादी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके अलावा बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। डबल डेकर बस से दो बसों की सवारी एक ही वाहन में सफर करेगी जिससे यातायात का दबाव भी कम होगा।
डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस का संचालन करने वाले एआईसीटीएसएल के इंजीनियर इंचार्ज अभिनव चौहान ने बताया कि बस की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण यह चौड़े मार्गों पर ज्यादा उपयोगी साबित होगी। इस बस की लंबाई-चौड़ाई भी आम बसों की तुलना में अधिक है।
श्री चौहान ने बताया कि आम बसों की तुलना में इसके दरवाजे चौड़े हैं। बस को हल्की एल्यूमिनियम बॉडी में बनाया गया है। दो सीढ़ियों के अलावा आपात कालीन द्वारा भी बस में रहेंगे। एक बार चार्ज होने पर यह बस 180 किलोमीटर तक चल सकती है। यात्रियों के लिए दोनो हिस्सों में आरामदायक सीटें और चौड़े शीशों वाली खिड़कियां है।
स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के सदस्यों ने एआईसीटीएसएल मुख्यालय से कृषि महाविद्यालय, बायपास, तेजाजी नगर, आईटी पार्क, भंवरकुआ चौराहा, नवलखा चौराहा, जीपीओ चौराहा, गीताभवन चौराहा तक डबल डेकर बस के सफर का आनंद लिया।
एआईसीटीएसएल की पीआरओ डॉ. मालासिंह ठाकुर ने बताया कि आने वाले दिनों में बोर्ड, बस के रूट और बसों की संख्या के बारे में अंतिम फैसला लेगा। इस अवसर पर कार्टूनिस्ट गोविन्द लाहोटी ‘कुमार’ ने डबल देकर बस का सुंदर कैरिकेचर डॉ.माला ठाकुर को भेंट किया।