इंदौर : कोरोना जैसी खतरनाक महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे कर्मवीरों का साथ देना हर नागरिक की जिम्मेदारी है पर कुछ लोग उत्साह के अतिरेक में ऐसे काम कर बैठते हैं जो किये कराए पर पानी फेर सकते हैं। रविवार को जनता कर्फ्यू का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे योद्धाओं के साथ एकजुटता दर्शाने के लिए घरों में ही रहकर शंख ध्वनि अथवा ताली और थाली बजाने की बात पीएम मोदी ने कही थी। शहर के 99 फीसदी लोगों ने इस मर्यादा का पालन किया पर कुछ नासमझ लोग, खासकर युवा हालात की गंभीरता को समझे बिना डंडे- झंडे लेकर सड़कों पर निकल आए। राजवाड़ा, पाटनीपुरा और कुछ अन्य स्थानों पर झुंड बनाकर ये युवा ऐसे जश्न मनाते दिखे जैसे कोरोना के खिलाफ जंग जीतकर आए हों। बड़ी संख्या में एक स्थान पर इकट्ठे होकर उन्होंने उस गाइडलाइन का भी उल्लंघन किया जो कोरोना के खतरे से बचने के लिए जारी की गई है।
आतिशबाजी कर फैलाया प्रदूषण।
अति उत्साह के शिकार लोगों ने कोरोना कर्मवीरों की हौसला अफजाई के नाम पर जमकर आतिशबाजी कर डाली। इससे सड़कों पर कचरा तो फैला ही, हवा प्रदूषित हुई वो अलग।
ऐसे तमाम उत्साही लाल लोगों को समझना चाहिए कि कोरोना वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है। पूरी दुनिया में हजारों लोग इसके शिकार हो चुके हैं। हमारे देश में भी ये तेजी से फैल रहा है। कई शहर लॉकडाउन हो चुके हैं। मप्र के ही भोपाल, जबलपुर, उज्जैन सहित 9 जिलों को लॉक डाउन कर दिया गया है। अतः अति उत्साह में ऐसा कोई काम न करें जो इस महामारी के फैलाव का सबब बनें। घर में रहें, साबुन से हाथ धोतें रहें, हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते से काम चलाएं, बाहर जाना जरूरी हो तो भीड़ से बचें और न ही भीड़ इकट्ठी कर खड़े रहें।सतर्कता और सावधानी बरतने में छोटी सी भी चूक बहुत भारी पड़ सकती है।