इंदौर : कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला ने मंगलवार को एमवाय अस्पताल और चाचा नेहरू अस्पताल का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि एमवायएच की चौथी और पांचवी मंजिल के वार्ड खाली पड़े हैं। वहां कोई भी मरीज भर्ती नहीं है। विधायक शुक्ला दोनों मंजिलों के सभी वार्डों में गए। हर जगह सन्नाटा पसरा हुआ था।
दरअसल, पिछले दिनों यह आदेश जारी किया गया था कि कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल की चौथी और पांचवी मंजिल को पूरी तरह से कोरोना के मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया जाए और वहां उनका इलाज शुरू किया जाए। इन दोनों मंजिलों पर करीब 300 बिस्तर उपलब्ध कराने का दावा किया गया था।
अभी तक शुरू नहीं हो सका मरीजों का इलाज।
ऐसे में मंगलवार को कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला अपने साथियों के साथ इस अस्पताल पर पहुंचे तो यह देखकर हैरान रह गए कि एमवाय अस्पताल में चौथी और पांचवी मंजिल पूरी तरह से खाली पड़ी हुई है। वहां पर एक भी मरीज भर्ती नहीं है। शुक्ला ने कहा कि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस बात का जवाब देने के लिए अस्पताल में मौजूद नहीं था कि बेड खाली होने पर भी मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज क्यों नहीं किया जा रहा है। ऐसे में जब शहर में कोरोना पीड़ितों को बेड उपलब्ध नहीं हो रहे हैं, एमवायएच में उन्हें भर्ती कर इलाज किया जा सकता है। ऐसा नहीं करना प्रशासन और एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की गंभीर लापरवाही है।
चाचा नेहरू में भी कोई मरीज नहीं।
इसके बाद विधायक शुक्ला ने एमवाय अस्पताल के ठीक पीछे स्थित चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय का दौरा किया। । इस चिकित्सालय में भी कोरोना के मरीजों को भर्ती कर उसे कोरोना अस्पताल के रूप में उपयोग करने का निर्णय प्रशासन ने लिया था। विधायक शुक्ला को वहां भी वही नजारा दिखाई दिया जो एमवायएच में था। अस्पताल खाली पड़ा है। उसमें एक भी मरीज भर्ती नहीं है।
प्रशासन की लापरवाही से नहीं हो रहा मरीजों का इलाज।
विधायक संजय शुक्ला ने एमवायएच और चाचा नेहरू अस्पताल में अभी तक कोरोना मरीजों का इलाज शुरू नहीं किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ये सीधे तौर पर प्रशासन की लापरवाही है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।