भोपाल: मंत्रालय में वंदेमातरम पर रोक लगाकर चौतरफा घिरे सीएम कमलनाथ ने डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया है। उन्होंने यू- टर्न लेते हुए गाजे- बाजे के साथ राष्ट्रगीत गायन का निर्णय लिया है।
सीएम कमलनाथ द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार वंदेमातरम का गायन अब नए स्वरूप में होगा। इसके तहत हर माह के पहले कार्यदिवस पर सुबह 10.45 बजे पुलिस बैंड के साथ शौर्य स्मारक से सचिवालय तक मार्च निकाला जाएगा। सचिवालय पर वंदेमातरम के साथ जन गण मन भी गाया जाएगा। अधिकारी- कर्मचारियों के अलावा आम जनता भी इसमें भागीदारी निभाएगी। इस आशय का निर्देश भी जारी कर दिया गया है।
आपको बता दें कि हर माह की पहली तारीख को सचिवालय में राष्ट्रगीत गाया जाता था। 2005 में तत्कालीन सीएम बाबूलाल गौर ने ये परंपरा शुरू की थी। उनके हटने के बाद सीएम बने शिवराज सिंह ने भी इस परंपरा को कायम रखा था। सत्ता परिवर्तन के बाद सीएम कमलनाथ ने इसपर अस्थायी रोक लगा दी थी।
बीजेपी ने रोक लगाने पर जताया था ऐतराज
सीएम कमलनाथ के सचिवालय में वंदेमातरम गायन पर रोक लगाने को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया, उसने प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किये थे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सीएम कमलनाथ के इस फैसले की आलोचना करते हुए उसे तुष्टिकरण से जोड़ दिया था।
शिवराज ने 7 को वंदेमातरम गाने का किया था ऐलान
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने सचिवालय में वंदेमातरम गायन की परंपरा को खत्म करने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए ऐलान किया था कि विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी को वे बीजेपी के सभी 109 विधायकों के साथ सचिवालय पर वंदेमातरम गाएंगे।
पीएम मोदी ने भी साधा था निशाना
गुरुवार को गुरदासपुर में रैली में बोलते हुए पीएम मोदी ने भी वंदेमातरम पर रोक लगाने के मप्र की कमलनाथ सरकार के फैसले की आलोचना की थी।