इंदौर: कैलाश विजयवर्गीय और दिग्विजय सिंह के निजी रिश्ते भले ही अच्छे हों पर राजनीतिक विरोधी होने के नाते एक- दूसरे पर शब्दबाण छोड़ने का कोई मौका नहीं गंवाते। रविवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह से सहानुभूति जताते हुए कैलाशजी ने कहा कि सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसा दिया। भोपाल से दिग्विजय सिंह की हार सौ फीसदी तय है।
पार्टी कहेगी तो लड़ेंगे दिग्विजय सिंह के खिलाफ।
कैलाशजी ने चुटीले अंदाज में कहा कि वैसे तो उनके पास प. बंगाल की जिम्मेदारी है पर पार्टी कहेगी तो भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ लड़ने में उन्हें मजा आएगा। इंदौर से चुनाव लड़ने के सवाल पर उनका कहना था कि पार्टी जहां से कहेगी वे लड़ेंगे।
जो चौकन्ना है वही चौकीदार।
कैलाशजी ने पीएम मोदी के अभियान ‘ मैं भी चौकीदार’ का समर्थन करते हुए कहा कि जो चौकन्ना है वही चौकीदार है। जैसे डॉक्टर अपने मरीज की सेहत को लेकर चौकन्ना होता है वैसे ही पीएम मोदी चौकीदार बनकर रक्षा सौदों के दलालों और आतंकवाद से देश की रक्षा कर रहे हैं।
चौकीदारों का किया सम्मान।
विधायक रमेश मेंदोला द्वारा आयोजित चौकीदारों के सम्मान समारोह में भी कैलाशजी शामिल हुए। उन्होंने चौकीदारों का सम्मान करते हुए पीएम मोदी की मैं भी चौकीदार मुहिम को आगे बढाया। विधायक आकाश विजयवर्गीय भी इस दौरान मौजूद रहे।
दरअसल पीएम मोदी के अपने नाम के आगे मैं भी चौकीदार जोड़ने के बाद बीजेपी के तमाम नेताओं ने भी अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ लिया है। अब इसे जनांदोलन का रूप देते हुए विभिन्न तरीकों से आगे बढाया जा रहा है। चौकीदारों का सम्मान समारोह इसी का एक हिस्सा था।