इंदौर : भाजपा शासित नगर निगम परिषद द्वारा कांग्रेस पार्षदों के वार्डों के साथ भेदभाव, अवैध निर्माण में अधिकारियों की मिलीभगत, टैंकरों पर की जा रही फिजूलखर्ची सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे की अगुवाई में कांग्रेस पार्षद दल और अन्य कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ताओं ने सोमवार 19 सितंबर को निगम मुख्यालय पर जोरदार धरना – प्रदर्शन किया। इस दौरान महापौर और बीजेपी निगम परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
धरना – प्रदर्शन में पूर्व मंत्री म.प्र शासन सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, पंडित कृपा शंकर शुक्ला,म.प्र कांग्रेस कमेटी सचिव राजेश चौकसे,अश्विन जोशी, सुरेश मिंडा, दीपक पिंटू जोशी,स्वप्निल कोठारी,गिरधर नागर, सुरजीत सिंह चड्डा,मनोहर धवन, शशि यादव,देवेंद्र सिंह यादव,शहर कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया सहित कांग्रेस के पार्षद, मोर्चा संगठन, मंडलम, ब्लाक अध्यक्ष के साथ बड़ी संख्या कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस दौरान सज्जन सिंह वर्मा, चिंटू चौकसे और अन्य नेताओं ने प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार और नगर निगम में काबिज बीजेपी परिषद पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने अवैध निर्माण करने वाले बिल्डरों के साथ निगम अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कांग्रेस पार्षदों के वार्डों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के धरना – प्रदर्शन को देखते हुए निगम परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। यही नहीं मुख्यालय के गेट पर ताले डालकर आवाजाही बंद कर दी गई थी।
ये उठाए गए मुद्दे :-
1.) नगर निगम द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, उसके बावजूद अवैध बिल्डिंग बन कर कैसे तैयार हो जाती है , फिर नगर निगम का अमला ढहाने (तोड़ने) पहुँच जाता है । नगर निगम द्वारा स्वीकृत मानचित्र होने के बावजूद भी यह अवैध निर्माण कार्य गति क्यों पकड़ रहा है । क्या बिल्डिंग अधिकारी कुंभकरणी नींद में सोए होते हैं या और कोई सांठगांठ है ।
2.) बारिश के बावजूद भाजपा के हर विधायक को प्रत्येक वार्ड के लिए दो टैंकर दिए जा रहे हैं। इन पर एक विधानसभा में 20 लाख रुपये का खर्च आ रहा है, जो फिजूल खर्च है। इसे रोका जाए।
3.) नगर निगम द्वारा एल, ई, डी लाइट का बंटवारा सिर्फ भाजपा पार्षदों के वार्ड में किया जा रहा है, ऐसा क्यों..?
4.) नगर निगम द्वारा आयोजित किसी भी मीटिंग के आयोजनों में हारे हुए भाजपा पार्षदों को आमंत्रित किया जा रहा है। यह नियम विरुद्ध कार्य बंद होना चाहिए।
5.) नगर निगम में बैठे अधिकारी कांग्रेस पार्षदों का फोन नहीं उठाते, ऐसा क्यों..?
6.) वार्ड वासियों की समस्याओं का निराकरण न करना, व लंबे समय तक आश्वासनं देना, यह लापरवाही क्यों..?
7.) नगर की स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है। नगर निगम का वेडिंग जोन का कार्य सिर्फ फाइलों में घूम रहा है। ऐसा क्यों..?
8.) शहर में आवारा पशु (जंगली कुत्ते) खुलेआम घूम रहे हैं। जिससे आम जनता परेशान है, इस समस्या का निराकरण क्यों नहीं किया जा रहा..?
9.) बाजारों में अवैध फड़-ठेले वालों पर निगम का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। शॉपिंग मॉल के आसपास अव्यवस्था हो रही है जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है। ऐसा क्यों..?
10.) जनता को दिए जा रहे पानी के बिल में नगर निगम द्वारा चक्रवर्ती ब्याज की तरह वसूली की जा रही है, जो अवैध है।इसपर रोक लगाई जाए।