कांग्रेस में बचे हिंदू राहुल गांधी के हिंदू विरोधी अभियान का हिस्सा न बनें : डॉ. जैन

  
Last Updated:  July 11, 2024 " 02:05 am"

नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने राहुल गांधी के हिंदू हिंसक होते हैं और राम मंदिर आंदोलन को लेकर दिए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस में बचे हिंदुओं को राहुल गांधी की हिंदू द्रोही मानसिकता से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन के संबंध में राहुल गांधी का ताजा बयान झूठ का एक और पुलिंदा है व हिंदुओं के प्रति घृणा से भरा हुआ है। लालकृष्ण आडवाणी द्वारा निकाली गई रथ यात्रा का इस संपूर्ण संघर्ष में एक महत्वपूर्ण योगदान है पर राहुल का यह कहना कि राम जन्मभूमि का संघर्ष इस यात्रा से शुरू हुआ उनकी अज्ञानता का परिचय देता है।

उन्होंने बताया कि जन्मभूमि के लिए हिंदुओं का संघर्ष 1528 से ही शुरू हो गया था, जब आक्रांता बाबर ने राम जन्मभूमि स्थित रामलला के पावन मंदिर को तोड़ा था। सुप्रीम कोर्ट के 2019 में निर्णय आने तक संपूर्ण देश के राम भक्त निरंतर संघर्षरत रहे।
डॉ जैन ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने फिर एक बार हिंदू समाज को अपमानित किया है जिसने कभी विदेशी आक्रांताओं के समक्ष घुटने नहीं टेके। राहुल गांधी ने भुलाने का षड्यंत्र किया है गुरु नानक देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह के अमर योगदान को, जो अयोध्या पधारे थे। उनकी स्मृति में बने गुरुद्वारों में आज भी लाखों श्रद्धालु जाकर अपने आप को धन्य समझते हैं। राहुल गांधी ने अपमानित किया है उन लाखों बलिदानियों को जिन्होंने राम जन्मभूमि को मुक्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। राहुल जी ने उन 60 करोड़ राम भक्तों के योगदान को भी अपमानित किया है जिन्होंने राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए खुले दिल से योगदान दिया था। महंत दिग्विजय नाथ, महंत अवैद्यनाथ, महंत रामचंद्र परमहंस, अशोक सिंघल जैसे महापुरुषों के योगदान को राहुल गांधी भुलाना चाहते हैं जो कभी संभव नहीं है। इन सब के प्रति हिंदू समाज हमेशा कृतज्ञ रहेगा।

डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि वह व्यक्ति इस कृतज्ञता को नहीं समझ सकता जिसकी परंपरा देश के विकास में योगदान देने वाले महापुरुषों की अपमानित करने की रही है।

राहुल गांधी के परिवार के मन में हिंदुओं के प्रति कितनी नफरत भरी है, उनके इन बयानों से स्पष्ट हो जाता है। फैजाबाद में सपा उम्मीदवार की विजय का विश्लेषण हो सकता है लेकिन बार-बार अयोध्या वासियों को निशाने पर लेना किसी भी तरह उचित नहीं है। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि संघर्ष के हर पड़ाव का केंद्र बिंदु अयोध्या ही रहा है। अयोध्यावासियों का योगदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

राहुल गांधी अपनी झूठी विजय की मृग मरीचिका में जी रहे हैं। हिंदू को अपमानित करने का जो मकड़ जाल वे बुन रहे हैं उसमें वे ही फसेंगे। हिंदू समाज बार-बार किया जा रहे इस अपमान को कभी नहीं भूल सकता। इसका परिणाम राहुल और उनकी कांग्रेस को भुगतना ही पड़ेगा।

कांग्रेस में जो भी राम भक्त बचे हैं उन्हें चाहिए कि वे राहुल के हिंदू विरोधी अभियान का  हिस्सा ना बने। हिंदू तो राहुल का साथ छोड़ ही रहे हैं उन्हें भी जल्द कांग्रेस छोड़कर हिंदुओं के अपमान के इस महापाप से बचना चाहिए।

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