इंदौर : कृषि महाविद्यालय से पासआउट हुए छात्रों ने अंकुरण कृषि छात्र संगठन बनाया है। इस संगठन से जुड़े छात्रों ने पत्रकार वार्ता के जरिए 10 व 11 फरवरी को ली गई वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की भर्ती परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाया है। रणजीत रघुनाथ, विकास चतुर्वेदी, नितेश चतुर्वेदी, शुभम बिरला और मुकेश डागा का आरोप है कि परीक्षा का पर्चा पहले ही लीक कर दिया गया था। प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड में सक्रिय दलालों ने कतिपय छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए परीक्षा का पर्चा लीक किया। व्यापम का केवल नाम बदला है, वहां छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ पहले की तरह बदस्तूर जारी है।
अंकुरण कृषि छात्र संगठन के छात्रों के मुताबिक एक क्षेत्र विशेष के छात्रों जो टॉप टेन में आए हैं, उन्हें असाधारण मार्क्स मिले हैं। 200 में से 187 से 195 मार्क्स इन छात्रों को मिले हैं, जो संदेह पैदा करते हैं। ये वे छात्र हैं जिन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की 4 वर्ष की डिग्री 5 से 7 वर्ष में पूरी की है। यही नहीं पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेने में इन छात्रों को दुगुना समय लगा है। इससे स्पष्ट है कि ये सभी छात्र औसत प्रतिभा के धनीं हैं। ऐसे में इन छात्रों का टॉप करना संदिग्ध प्रतीत होता है।
शिकायत कर्ता छात्रों का ये भी कहना है कि मुम्बई की जिस NSEIT कम्पनी को प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने परीक्षाएं सम्पन्न कराने का ठेका दिया है, वह कम्पनी यूपी, तमिलनाडु सहित कई राज्यों में ब्लैक लिस्ट हो चुकी है।
छात्रों के मुताबिक वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षाओं में हुई धांधली को देखते हुए इन्हें निरस्त कर समूचे मामले की जांच सरकार को करानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया, तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।
कृषि विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में घोटाले का छात्रों ने लगाया आरोप
Last Updated: February 23, 2021 " 11:14 pm"
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