इंदौर : मराठी रंगमंच कलाकार, कथाकार और लेखक दीपक शिरालकर अब हिंदी साहित्य में भी योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कोरोना काल के परिदृश्य पर हिंदी व मराठी में महामारी की विभीषिका कोविड 19 और ओमशांति शीर्षक से दो पुस्तकें लिखी हैं। शनिवार शाम दोनों पुस्तकों का विमोचन समारोह आरएनटी मार्ग स्थित हिंदी साहित्य समिति के सभागार में आयोजित किया गया। कवि और साहित्यकार सदाशिव कौतुक व प्रो. अनिल गजभिए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता इतिहासकार व शिक्षाविद मधुसूदन तपस्वी ने की। उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी मप्र के निदेशक जयंत भिसे कार्यक्रम में विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहे। अतिथियों ने दीपक शिरालकर द्वारा लिखित दोनों पुस्तकों का औपचारिक विमोचन किया और उन्हें हिंदी साहित्य में पदार्पण करने पर शुभकामनाएं दी।
अतिथियों ने उम्मीद जताई की दीपक शिरालकर का लेखकीय प्रवास निरंतर चलता रहेगा।
लेखक दीपक शिरालकर ने कोरोना काल की विभीषिका पर लिखी अपनी पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए उन सभी लोगों के प्रति कृतज्ञता जताई, जो पुस्तक लेखन की यात्रा में उनके सहयोगी बनें।
कार्यक्रम का संचालन मीनल क्षीरसागर ने किया। बड़ी संख्या में हिंदी- मराठी के साहित्यकार, साहित्यप्रेमी और परिचित कार्यक्रम में मौजूद रहे।
कोरोना काल पर लिखी दीपक शिरालकर की पुस्तकों का विमोचन
Last Updated: May 15, 2022 " 06:14 pm"
Facebook Comments