कोरोना गया नहीं: भ्रम में नहीं रहे-पूर्ण सावधानी रखें और सचेत रहे
मास्क लगाये/सोशल डिस्टेसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें– क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की नागरिकों से अपील
धार्मिक/सामाजिक/शादी आदि आयोजनों में शासन तथा प्रशासन के प्रतिबंधात्मक आदेशों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा
इंदौर : कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति की समीक्षा तथा आवश्यक इंतजामों के बारे में विचार विमर्श और निर्णय के लिए मंगलवार को रेसीडेंसी सभाकक्ष में क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी सदस्यों ने नागरिकों से समवेत रूप से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है, भ्रम में नहीं रहें। पूरी सावधानी रखें, सचेत रहें, मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, भीड़ भरे स्थानों पर अनावश्यक रूप से जाने से बचे। कोरोना का लक्षण दिखाई देते ही तुरंत जांच कराए और अनुशंसित उपचार ही लें।
दिशा- निर्देशों का कराएंगे कड़ाई से पालन।
बैठक में तय किया गया कि केन्द्र व राज्य शासन और जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों और प्रतिबंधात्मक आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। नागरिकों को पुन: जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है। धार्मिक/सामाजिक आदि बड़े आयोजनों पर रोक रहेगी। अन्य आयोजन भी बिना अनुमति के नहीं होंगे। आयोजनों में मापदण्ड़ों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, एडीएम हिमांशु चंद्र, पूर्व विधायक डॉ. राजेश सोनकर, सुदर्शन गुप्ता, मनोज पटेल, जीतू जिराती, गौरव रणदिवे और मधु वर्मा सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
लापरवाही और मास्क नहीं लगाना कोरोना संक्रमण बढ़ने का प्रमुख कारण।
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कोरोना की वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि नागरिकों को जागरूक करना बेहद जरूरी हो गया है। स्थिति पर पूरी तरह नजर रखीं जा रही है। कोरोना जिस तरह से फैल रहा है, उसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। लापरवाही तथा मास्क नहीं लगाने के कारण भी कोरोना संक्रमण का फैलाव ज्यादा हो रहा है। इंदौर शहर में ज्यादा प्रभाव देखा जा रहा है। नागरिक इलाज के प्रति उदासीन दिखाई दे रहें है। बगैर प्रोटोकॉल के ही इलाज करवा रहे हैं। देरी से इलाज के लिये पहुंच रहे हैं, इससे उनके लंग्स खराब हो रहे हैं। उन्होंने आग्रह किया कि लक्षण दिखाई देते ही तुरंत जांच कराएं। अनुशंसित इलाज ही लेवें। भीड़ भरे स्थानों पर जाने से बचे। मास्क लगाये, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। खांसी, सर्दी, बुखार हो तो घर से बाहर नहीं निकलें।
लक्षण दिखाई देते ही कराएं जांच।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इंदौर में कोरोना वायरस से निपटने के लिए एहतियात के रूप में सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। किसी भी तरह की ढिलाई नहीं की जाएगी। केंद्र व राज्य शासन तथा जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों और प्रतिबंधात्मक आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शीघ्र ही हॉस्पिटल संचालकों की बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में वर्तमान आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन बेड़, आईसीयू बेड, उपचार आदि की समुचित व्यवस्था पुनः सुनिश्चित कराई जाएगी। उन्होंने अपील की है कि लक्षण दिखाई देते ही फीवर क्लीनिक/प्रायवेट लेब पर अपनी जांच करवाएं। फीवर क्लीनिक पर नि:शुल्क जांच की जा रही है। कोरोना वायरस की जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि होटल, मेरिज गार्डन आदि स्थानों पर आयोजनों के लिये प्रतिबंधात्मक आदेशों का कड़ाई से पालन होगा। सोशल डिस्टेसिंग, मास्क लगाने आदि मापदण्ड़ों के पालन के लिये उक्त संस्थानों के संचालक जिम्मेदार रहेंगे।
रंगपंचमी पर गेर को अनुमति नहीं।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में धार्मिक तथा सामाजिक बड़े आयोजनों के संबंध में आयोजकों से चर्चा कर जनहित में निर्णय लिये जा। उन्होंने गेर संचालकों से आग्रह किया कि वे अभी तैयारी शुरू नहीं करें।
वैवाहिक आयोजनों में हो दो गज की दूरी और मास्क का अनुपालन।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि देश के विभिन्न शहरों के साथ महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के शहरों में भी तेजी से कोरोना फैल रहा है, ऐसे समय में सावधानी रखने की विशेष जरूरत है। एहतियात के रूप में भीड़ पर नियंत्रण रखा जाए। शादियों तथा अन्य आयोजनों में कोरोना के मापदंडों और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन देखा जा रहा है। यह तय किया जाए कि शादियों और अन्य आयोजनों में मेहमानों की संख्या सीमित रहें। नागरिक लापरवाही नहीं बरतें। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि मास्क का उपयोग करें। सोशल डिस्टेंसिंग रखें। सेनिटाइजर का उपयोग करें। आप सुरक्षित रहेंगे तो दूसरे भी सुरक्षित रहेंगे।
जागरूकता में आई है कमीं
बैठक में आईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि वर्तमान में जागरूकता में बहुत कमी देखी जा रही है। नागरिक बेफिक्र हो गए हैं, उन्हें लग रहा है कि कोरोना खत्म हो गया है। इस कारण उनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। लोगों को सावधान और सचेत रहना जरूरी है। जागरूकता अभियान प्रभावी रूप से शुरू किया जाए।
बुधवार से प्रारंभ होगा जागरुकता अभियान।
नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि नागरिकों को जागरूक करने के लिए नगर निगम द्वारा बुधवार से ही जागरूकता अभियान व्यापक स्तर पर पुन: शुरू किया जाएगा। इसके तहत नगर निगम द्वारा पंपलेट वितरित किए जाएंगे। नागरिकों को ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने आदि के संदेश का प्रसार किया जाएगा। भीड़ भरे बाजारों में इसके लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना वायरस की स्ट्रेन को समझने में लगेगा समय।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ हेमंत जैन ने कहा कि वायरल एवं कोरोना के बारे में भ्रांति है। चिकित्सकों ने कोरोना की जांच कराना कम कर दी है। चिकित्सकों को पुनः सचेत रहने की जरूरत है। वर्तमान कोरोना वायरस की स्ट्रेन को समझने में अभी कुछ समय और लगेगा। अभी वर्तमान में कोरोना से 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों की ज्यादा मृत्यु हो रही है।
सार्वजनिक आयोजनों में सीमित हो उपस्थिति।
पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि कोरोना के मापदंडों का सख्ती से पालन कराया जाए। बड़े आयोजनों पर प्रतिबंध रहे। शादियां, अन्य आयोजन एवं शवयात्रा में सीमित संख्या में लोग रहे यह सुनिश्चित किया जाए।
पूर्व विधायक जीतू जिराती ने कहा कि एहतियात के रूप में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। जन जागरूकता को बढ़ाया जाए। अगर अभी हम नहीं सम्हलेगे तो आगे भयावह स्थिति का सामना करना पड़ेगा। आयोजनों में सीमित संख्या में लोग उपस्थित रहे यह सुनिश्चित कराया जाए।
बैठक में मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉ. संजय दीक्षित, गौरव रणदिवे, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, पूर्व विधायक राजेश सोनकर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर के अध्यक्ष डॉ सतीश जोशी आदि ने भी अपने सुझाव दिए।