गरीब और मध्यम वर्ग के कोरोना मरीजों को आयुष्यमान योजना के तहत मिलेगा निःशुल्क इलाज

  
Last Updated:  May 7, 2021 " 01:19 am"

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना मरीजों के निःशुल्क इलाज़ के लिए नई योजना लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत प्रदेश के गरीब एव मध्यम वर्गीय व्यक्ति को कोरोना का निःशुल्क इलाज अनुबंधित निजी अस्पतालों में मिल सकेगा।

निजी अस्पतालों को मिलेगा विशेष पैकेज।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन के लिए आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों को राज्य सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया जाएगा। सरकार निजी अस्पतालों को कोविड इलाज़ के लिए अनुबंधित करेगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में संबंधित मंत्री और अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थित हुए।

सीटी स्केन, ऑक्सीजन, दवाओं, इंजेक्शन आदि की निःशुल्क व्यवस्था।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना के तहत सीटी स्केन आदि जाँच भी नि:शुल्क होंगी। इसी के साथ दवाएँ, रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन आदि भी निःशुल्क मिलेंगे।

88 प्रतिशत जनसंख्या कवर होगी।

प्रदेश में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 2 करोड़ 42 लाख कार्ड बनाए गए हैं, जिससे 88 प्रतिशत जनसंख्या कवर्ड हो रही है। इन सभी को शासन द्वारा अनुबंधित अस्पतालों में कोरोना का निःशुल्क इलाज़ मिल सकेगा। प्रदेश में वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 328 निजी चिकित्सालय संबद्ध हैं, जिनमें 23 हजार 946 बेड्स उपलब्ध हैं। सरकार द्वारा 5 मई को आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत प्रदेश के 68 निजी चिकित्सालयों को अगले 3 महीने के लिये संबद्ध किया गया है।

कलेक्टर कर सकेंगे निजी अस्पतालों को संबद्ध।

प्रत्येक जिले के निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज मिल सके, इसके लिये कलेक्टर्स को अधिकार दिए गए हैं कि वे अपने जिले के निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अस्थाई रूप से संबद्ध कर सकेंगे। इससे इन सभी निजी अस्पतालों में, जहाँ वर्तमान में कोरोना का इलाज किया जा रहा है, आयुष्मान कार्ड धारियों को कोरोना का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा।

यदि एक सदस्य का कार्ड है, तो अन्य को भी मिलेगी सुविधा।

सरकार ने निर्णय लिया है कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत यदि परिवार के एक सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड है, तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिल सकेगी। कोविड इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती होने पर कलेक्टर उसका आयुष्मान कार्ड बनवाने की व्यवस्था करेंगे।

पैकेज की दरें 40 प्रतिशत बढ़ाईं।

निजी अस्पताल कोविड का इलाज इस योजना के अंतर्गत अच्छे तरीके से कर सकें, इसके लिये सरकार द्वारा आयुष्मान भारत पैकेज की दरों को 40 प्रतिशत बढ़ाया गया है। इन दरों में रूम रेंट, भोजन, जाँचें, परामर्श शुल्क, पैरामेडिकल शुल्क आदि सभी सम्मिलित हैं।

5 हजार रुपये डॉयग्नोस्टिक एडवांस।

राज्य सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत इलाज करवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एडवांस डॉयग्नोस्टिक के लिए 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। आयुष्यमान भारत योजना के अंतर्गत 5 हजार रुपये प्रत्येक पात्र परिवार को दिए जाते हैं।

60 हजार बिस्तर हो सकेंगे इलाज के लिये उपलब्ध।

इस योजना के लागू हो जाने पर प्रदेश में आयुष्यमान भारत योजना के हितग्राहियों को कोविड के इलाज के लिए निजी एवं शासकीय अस्पतालों में कुल 60 हजार 915 बिस्तर उपलब्ध हो सकेंगे। इनमें 37 हजार 159 बिस्तर शासकीय अस्पतालों में, 3 हजार 675 बिस्तर अनुबंधित अस्पतालों में तथा 20 हजार 81 बिस्तर आयुष्यमान भारत के अंतर्गत अनुबंधित निजी अस्पतालों में मिल सकेंगे।

युवाओं का वैक्सीनेशन जारी रहे।

बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि वैक्सीन की उपलब्धता अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन निरंतर चलता रहे। इसके साथ ही 45 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन भी पूर्व अनुसार जारी रहे।

डिस्चार्ज अधिक होने से बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ी है।

जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि ज़िलों में अस्पतालों से कोरोना के मरीज़ बड़ी संख्या में स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं, जिससे बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने आई.सी.यू. बेड्स बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।

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