आईएमए की इंदौर शाखा ने किया था प्रतियोगिता का आयोजन।
समूह गीत, युगल गीत और समूह नृत्य में दी गई प्रस्तुतियां।
इंदौर : आमतौर पर चिकित्सकों को गले में स्टेथस्कॉप लटकाए मरीजों का इलाज करते देखा जाता है, पर इस प्रोफेशन के अलावा वे अन्य कई विधाओं में भी पारंगत होते हैं। आईएमए की इंदौर शाखा उनके इस हुनर को सामने लाने का मंच प्रदान करती है। इसी कड़ी में डॉक्टर्स के लिए गीत – संगीत स्पर्धा का आयोजन स्थानीय लाभ मंडपम में किया गया। सेंट्रल लैब के सहयोग से समूह गीत, युगल गीत और समूह नृत्य की कैटेगरी में संपन्न हुई इस प्रतियोगिता में कुल 132 डॉक्टर्स में अपनी गायन व नृत्य कला का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में समूह गीत में 10 समूह, युगल गीत में 12 युगल और समूह नृत्य में 05 नृत्य समूहों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। तीनों श्रेणियों में इतने सधे हुए अंदाज में प्रस्तुतियां दी गई की उपस्थित दर्शक – श्रोता भी झूमने पर मजबूर हो गए।
ये जरूर है कि सभी डॉक्टर्स ने मंच पर अपने हुनर की बानगी पेश करने के पहले 20 दिनों तक रिहर्सल कर अपने आपको प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया। कपिल राठौड़ व अभिजित गौड़ की टीम ने चिकित्सकों को रिहर्सल करने में पूरा सहयोग दिया।
प्रतियोगिता में हर मूड के गीत पेश किए गए। हालांकि ज्यादातर गीत 70 व 80 के दशक के थे।
ये रहे विजेता :-
समूह गीत : टीम संगीत के सिकंदर प्रथम, टीम रेडियोलॉजी द्वितीय, टीम एनेस्थीसिया तृतीय।
समूह नृत्य : टीम स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रथम, टीम नर्सिंग होम मस्ती द्वितीय।
युगल गीत : डॉ. कुशाग्र जैन व डॉ. अर्पित गुप्ता प्रथम, डॉ. मनोज व पिनाक भटनागर द्वितीय।
संगीत संयोजन कपिल राठौर का था। निर्णायक थे प्रकाश खानवलकर, प्रकाश घोड़गांवकर, डॉ. अनिरुद्ध सिरोठिया, ऋषिना नातू और कुमुद कोठारी।
प्रतियोगिता का औपचारिक शुभारंभ एडवोकेट मनोहर दलाल ने किया। आईएमए के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र पाटीदार, सचिव डॉ. अक्षत पांडे और डॉ. विनिता कोठारी ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ. संजय लौंढे ने किया। प्रतिभागी डॉक्टर्स का उत्साहवर्धन करने के लिए उनके परिजन, परिचित, स्नेहीजन और आईएमए के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।