इंदौर : घरवालों से नाराज होकर धार से इन्दौर आई बालिका को छत्रीपुरा पुलिस ने सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
बालिका डॉगी पालनें से मना करनें पर परिजनों से नाराज होकर इंदौर आ गई थी।
ये था मामला।
गुरुवार 30 सितम्बर को गंगवाल बस स्टैंड पर एक बालिका को हाथ में छोटे से कुत्तें के बच्चें को लिए रोते हुए पुलिस थाना छत्रीपुरा के आरक्षक सुल्तान सिंह राणा एवं जोगेश लश्करी ने देखा। पुलिस टीम द्वारा स्थिति को देखतें हुए तुरंत भाप लिया कि बच्ची किसी मुसीबत में है। उन्होंने तुरंत पुलिस थाना छत्रीपुरा को बालिका के बारे में अवगत कराया । पुलिस थाना छत्रीपुरा से महिला आरक्षक साधना बघेल को मौके पर भेजकर बच्ची को सुरक्षित थाने लाया गया। बच्ची से परिजनों के बारे में पता कर उनसे संपर्क किया गया। परिजनों ने बताया कि बालिका ने छोटी- छोटी बचत कर 5000 रूपयें एकत्र कर एक ब्लैक कलर का लैबराडोर डाॅग खरीदा था। बच्ची की मां द्वारा डॉगी वापस करनें का बोलनें पर बच्ची नाराज हो गई और बिना बताए ही परिजनों से नाराज होकर बस में बैठकर धार से इन्दौर आ गई। बाद में परिजनों के इंदौर पहुंचने पर बालिका को उनके हवाले किया गया। छत्रीपुरा पुलिस की तत्परता से बच्ची के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने से रोकी गई।
थाना प्रभारी पवन सिंघल से घटना की जानकारी मिलनें पर पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर महेश चंद जैन ने दोनों आरक्षकों सुल्तान सिंह राणा एवं जोगेश लश्करी को 500-500 रु नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।