तरुण जत्रा में शिव राज्याभिषेक प्रसंग ने लोगों में भरा जोश।
लावणी नृत्य ने धमाकेदार प्रस्तुतियों पर झूमे दर्शक।
लजीज मराठी व्यंजनों का लोगों ने सपरिवार पहुंचकर उठाया लुत्फ।
चार दिवसीय तरुण जत्रा का रंगारंग समापन।
इंदौर : रविवार शाम इंदौर का उत्तर और दक्षिण – पश्चिम क्षेत्र हिंदवी स्वराज्य की गौरव गाथा से गुंजायमान रहा। नंदानगर तीन पुलिया तिराहे पर राजमाता जीजाबाई की भव्य आदमकद प्रतिमा का लोकार्पण हुआ वहीं
दशहरा मैदान पर चल रहे मराठी व्यंजनों और संस्कृति के चार दिवसीय उत्सव तरुण जत्रा में पेश किए गए शिव राज्याभिषेक प्रसंग ने छत्रपति शिवाजी महाराज के कालखंड को जैसे जीवंत कर कर दिया। मंच पर लहराती भगवा पताकाएं, पार्श्व में गूंजते वीर रस से भरे पोवाडे और महाराष्ट्र गीत, जय भवानी – जय शिवाजी, हर – हर महादेव का जयघोष और जोरदार आतिशबाजी के बीच छत्रपति शिवाजी के मंच पर आगमन व राज्यारोहण प्रसंग ने ऐसा अदभुत नजारा पेश किया कि लोग अपनी सीट से खड़े हो गए और मुठ्ठियां भींचकर जोश – खरोश के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की जय जयकार से आसमान गूंजा दिया। लोगों के रोम – रोम में वीर रस का संचार करते इस यादगार दृश्य ने शिद्दत से इस बात का अहसास कराया कि छत्रपति शिवाजी महाराज आज भी लोगों के दिल में रचे – बसे हैं।
धमाकेदार लावणी ने मन मोह लिया।
इसके पूर्व तरुण जत्रा के आखरी दिन मुंबई के कलाकारों द्वारा पेश किए गए एक से बढ़कर एक लावणी नृत्यों ने दर्शकों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। लावणी नृत्य के दौरान कलाकारों की चपलता, अंग और पद संचलन, भावाभिमय देखते ही बन रहा था। दर्शकों ने लावणी कलाकारों की प्रस्तुति को जोरदार प्रतिसाद दिया।
लजीज व्यंजनों के स्टॉल्स पर उमड़ी भीड़।
स्वाद, मनोरंजन और शॉपिंग की तरुण जत्रा में स्वादिष्ट मराठी व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए हर कोई लालायित था । सभी स्टॉल्स पर दोपहर 2 बजे से ही भीड़ देखी गई । शाम ढलते ढलते स्थिति यह थी की मैदान में हरतरफ भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी । लोगों ने प्रत्येक स्टॉल पर जा कर व्यंजनों का आनंद लिया । कई परिवार अपने साथ दरी- चटाई ले कर आए थे। उन्होंने इसे मैदान में बिछाकर सपरिवार वहां बैठकर सुस्वादु व्यंजनों का आनंद लिया। इसी के साथ तरह तरह के उत्पादों से सजे स्टॉल्स पर लोगों ने जमकर खरीददारी भी की। देर रात तक ये सिलसिला चलता रहा।