इंदौर : ओल्ड पलासिया स्थित ग्रेटर कैलाश नर्सिंग होम में सेवाएं देनेवाले नियमित और कंसलटेंट डॉक्टरों ने नर्सिंग होम के संचालक डॉ. बंडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पिछले दिनों घटित घटना का दोष डॉ. बंडी डॉक्टरों पर मढ़ रहे हैं, जबकि अभद्रता तो डॉ. बंडी ने ही की थी। डॉ. राजेश गुप्ता सहित करीब 80 से अधिक डॉक्टरों ने ग्रेटर कैलाश अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि वे उनका बकाया पैसा नहीं दे रहे हैं।2014 के बाद से ही पैसा देने में आनाकानी की जा रही है। 10 करोड़ से अधिक राशि अब तक बकाया हो चुकी है। मांगने पर किसी न किसी बहाने टरका दिया जाता है।
कई चेक हो चुके हैं बाउंस।
डॉ. गुप्ता और अन्य पीड़ित डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अस्पताल प्रबंधन द्वारा दिए गए कई चेक बाउंस हो चुके हैं। कुछ डॉक्टरों इस मामले में कोर्ट केस भी लगाए हैं।
डॉक्टर के साथ की हाथापाई।
बच्चों के डॉक्टर विवेक… का कहना है कि पिछले दिनों अस्पताल परिसर में जो घटना घटी उसमें भी अस्पताल प्रबंधन गलत बयानी कर रहा है। हकीकत ये है कि वे अपनी बकाया राशि की मांग को लेकर अस्पताल के चैयरमेन डॉ. बंडी से मिलने गए थे। उन्होंने बजाय बकाया राशि देने के, उनके साथ मारपीट की और उनका हाथ तोड़ दिया। डॉ. विवेक के मुताबिक उन्होंने डॉ. बंडी और अन्य के खिलाफ पलासिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। एक्सरे में भी उनके दाहिने हाथ में चोट की पुष्टि हुई है।
पैरा मेडिकल स्टॉफ का भी लाखों रुपया बाकी।
अस्पताल के केवल डॉक्टर्स ही नहीं टेक्निकल और पैरा मेडिकल स्टॉफ का भी लाखों रुपया शेष है। महीनों से अस्पताल प्रबंधन उन्हें वेतन का भुगतान नहीं कर रहा है। इससे उनके सामने घर- परिवार चलाने की समस्या खड़ी हो गई है।
कोर्ट की लेंगे शरण।
डॉक्टरों के अनुसार वे प्रशासन और सरकार का दरवाजा खटखटाकर बकाया राशि दिलवाने की मांग कर चुके हैं पर अभी तक उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। यही हालत रही तो वे सामूहिक रूप से कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर न्याय की गुहार लगाएंगे।