इंदौर : जिले में कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा नागरिकों को राजस्व तथा अन्य सेवाएं समय-सीमा में मुहैया कराने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसी सिलसिले में तय किया गया है कि अब जिले में कोई भी तहसीलदार और नायब तहसीलदार सत्कार (प्रोटोकाल) ड्यूटी नहीं करेंगे। वे अपने न्यायालयों तथा कार्यालयों में बैठकर राजस्व संबंधी कार्यों को ही प्राथमिकता के साथ निपटाएंगे।
ज्ञात रहे कि कलेक्टर श्री सिंह ने पिछले दिनों कलेक्टर कार्यालय का निरीक्षण किया था। उन्हें विभिन्न सूत्रों से जानकारी मिली थी कि राजस्व संबंधी प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण नहीं हो रहा है तथा प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही हो रही है। कलेक्टर मनीष सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए राजस्व संबंधी प्रकरणों के त्वरित निराकरण और आम नागरिेकों की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ निराकृत करने के लिये प्रयास शुरू किए हैं। इसी सिलसिले में तय किया गया है कि जिले में कोई भी तहसीलदार और नायब तहसीलदार सत्कार (प्रोटोकाल) ड्यूटी नहीं करेंगे। राजस्व कार्यों को गति देने के लिये सत्कार (प्रोटोकाल) कार्य हेतु विभिन्न कार्य दिवसों एवं अवकाश दिवस हेतु पृथक-पृथक एसडीएम की ड्यूटी निर्धारित की गई है। प्रत्येक एसडीएम के साथ जिला स्तर के विभाग प्रमुख की ड्यूटी लगाई गई है। निरीक्षक स्तर के एक-एक अधिकारी को सहायक के रूप में लगाया गया है। विमानतल एवं रेसीडेंसी में ड्यूटी हेतु पृथक-पृथक दिवस पर एसडीएम पराग जैन, रवीश श्रीवास्तव, मुनिष सिंह सिकरवार, राजेश राठौर एवं रवि कुमार सिंह को लगाया गया है। इस संबंध में जारी आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि सत्कार (प्रोटोकाल) संबंधी कार्यों के लिये तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार प्रत्येक कार्य दिवस में कार्यालयीन समय में सुबह साढ़े 10 बजे से कार्य समाप्ति तक राजस्व संबंधी कार्य करेंगे। इससे राजस्व कार्यों को गति मिलेगी एवं आमजन के कार्यों का त्वरित निराकरण होगा।