घुटने और कूल्हे के जोड़ों की परेशानी से त्रस्त मरीजों का करेंगे उपचार व सर्जरी।
महीने में दो दिन इंदौर आकर देंगे सेवाएं, सर्जरी के बिना मरीज को ठीक करना मुख्य लक्ष्य।
सुयोग हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी सेवाएं देगा। कम दर में उपचार भी उपलब्ध कराएगा।
इंदौर : दिल्ली के 5000 से अधिक मरीजो के घुटनों व हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी कर उन्हें बेहतर जिंदगी का उपहार देने वाले मशहूर विशेषज्ञ डॉ. राणा इंदौर में भी अपनी सेवाएं देंगे। उनका लक्ष्य सर्जरी के बिना फिजियोथैरेपी और दवाइयों के माध्यम से सही उपचार उपलब्ध कराकर मरीजों को ठीक करना है। उनके अनुसार तेजी से बिगड़ती लाइफस्टाइल और फास्ट फूड खाने की वजह से मोटापा, घुटनों और हिप रिप्लेसमेंट की तरफ धकेल रहा है। सही लाइफस्टाइल अपनाकर जोड़ प्रत्यारोपण जैसी बड़ी सर्जरी से बचा जा सकता है। डॉ.निपुण राणा ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता के जरिए ये बात कही। वे भंवरकुआं क्षेत्र स्थित सुयोग मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देंगे। डॉ.निपुण राणा दिल्ली के सर गंगाराम के हॉस्पिटल के सीनियर ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ हैं। उन्हें सुयोग हॉस्पिटल प्रबंधन ने नी और हिप रिप्लेसमेंट के लिए अनुबंधित किया है। वे माह में दो दिन इंदौर के मरीजों को स्वास्थ्य परामर्श देने के साथ सर्जरी भी करेंगे।
बदलती लाइफ स्टाइल से बढ़ी है जोड़ों व घुटने की परेशानी।
डॉ. राणा ने बताया कि भारत में घुटने की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। वेस्टर्न कंट्रीज में हिप रिप्लेसमेंट की सर्जरी ज्यादा होती है जबकि हमारे यहां नी रिप्लेसमेंट ज्यादा होते हैं। हर साल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी में 30% की वृद्धि हो रही है, इसका सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल के फर्क का है।
आयुष्मान योजना में होगा नि:शुल्क उपचार।
सुयोग हॉस्पिटल के प्रबंधक अनिल बाहेती ने बताया कि हॉस्पिटल में आयुष्मान के तहत नि:शुल्क उपचार भी मुहैया कराया जाएगा। हॉस्पिटल अगले महीने से घुटनों की सर्जरी, हड्डी से संबंधित ऑपरेशन, नेफ्रोलॉजी,किडनी सर्जरी, नाक कान गला सर्जरी, कैंसर के ऑपरेशन व ट्रीटमेंट के साथ कीमोथेरेपी भी उचित दर पर उपलब्ध कराएगा।
बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियो अर्थराइटिस होने का खतरा ज्यादा।
डॉ राणा के अनुसार वजन ज्यादा होने के कारण बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियो अर्थराइटिस का खतरा काफी बढ़ जाता है। लोगों के घुटने घिस जाते हैं और उन्हें अपने डेली रूटीन को पूरा करने में परेशानी होने लगती है, हालांकि इस परेशानी का स्थाई निदान नी रिप्लेसमेंट कराकर किया जा सकता है।रिप्लेसमेंट के बाद व्यक्ति सामान्य लाइफ को एंजॉय कर सकता है।उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में सही डाइट ली जाए तो वह ताउम्र काम आती है। इसके अलावा हर व्यक्ति को दिन में एक घंटा एक्सरसाइज जरूरी करनी चाहिए।
कैल्शियम की कमी से कमजोर होती हैं हड्डियां।
डॉ. राणा ने बताया कि भारत में महिलाओं की हड्डियां बहुत कमजोर होती हैं। ऐसा कैल्शियम की कमी की वजह से होता है। अतः जरूरी है कि कैल्शियम युक्त पौष्टिक आहार लेते रहे। उन्होंने मरीजो को नी रिप्लेसमेंट में कौन से इम्प्लांट का इस्तेमाल करना चाहिए इसके बारे में भी। जानकारी दी।
25 मरीजों की जांच और एक ऑपरेशन।
सुयोग अस्पताल के निदेशक ललित काकानी ने बताया कि दिल्ली से आए विशेषज्ञ डॉक्टर राणा 23 अक्टूबर को लगभग 25 मरीजों की जांच करेंगे। वे मरीजों को न केवल परामर्श देंगे बल्कि सही लाइफ स्टाइल के तरीके भी बताएंगे। सुयोग हॉस्पिटल में लंबे समय से इलाज ले रही मरीज पीथमपुर निवासी सुषमा काबरा का नी रिप्लेसमेंट भी डॉ. राणा करेंगे। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के तौर पर डॉ मुर्तजा रस्सीवाला ,डॉ अंबर मित्तल, डॉक्टर जुझर अहमद, डॉक्टर सौमित्र दुबे और डॉक्टर हुसैन सबदर अली अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
1991 से आज तक तैनात।
अस्पताल के प्रबंधक अनिल बाहेती ने बताया कि हॉस्पिटल 1991 से इंदौर के मरीजों को अच्छा इलाज व सुविधाएं उचित दर पर उपलब्ध कराता आ रहा है ।सर्जन डॉ आर एस बंग के नेतृत्व में 2018 में इसे मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का दर्जा मिल गया। अब यहां हर तरह की सुविधा हाईटेक मशीनों के साथ उपलब्ध कराई जा रही हैं 10 आईसीयू, 5 अत्यधिक आईसीयू की सुविधा के साथ दो गायनिक ओटी भी यहां स्थापित की गई है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट कॉर्नर में एनआईसीयू की व्यवस्था के साथ वार्मर व फोटोथेरेपी उपकरण भी उच्चतम तकनीक के लगाए गए हैं।