शिक्षक देश की धरोहर है, इनका प्रतिदिन हो सम्मान- मंत्री।
व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान रहता है- सांसद।
शिक्षक विद्यार्थियों को श्रेष्ठ, सुंदर और प्रभावशाली बनाता है- महापौर।
इंदौर : शिक्षक दिवस पर इंदौर नगर निगम के बैनर तले सम्मान समारोह का आयोजन रवींद्र गृह में किया गया। केबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक महेन्द्र हार्डिया और आकाश विजयवर्गीय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर शिक्षक सम्मान समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रो.पीएन मिश्रा, सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाडिया, महापौर परिषद सदस्य राजेन्द्र राठौर, जितेन्द्र यादव, मनीष शर्मा मामा, राजेश उदावत, निरंजनसिंह चौहान, अश्विनी शुक्ल, प्रिया डांगी, पार्षद कंचन गिदवानी, मुद्रा शास्त्री, योगेश गेंदर सहित बडी संख्या में शिक्षक व अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।
सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाडिया ने बताया कि शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर द्वारा शहर के विभिन्न शासकीय विद्यालयों के 85 से अधिक प्राचार्य, प्रधान अध्यापक, उप आचार्य, दिव्यांग शिक्षक, शिक्षक, प्रधान शिक्षक, सहायक शिक्षक, व्याखाता, व्यायाम शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक, सहायक अध्यापकों का शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और मोमेन्टो भेंट कर सम्मान किया गया। इसी के साथ दिव्यांग शिक्षक किरण तोमर, मुकेश लोटसवे, फरीदा खान, पुष्पा सोलंकी, कृष्णकांत तोमर, यश पेट्रिक सहित अन्य का भी शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र, मोमेन्टो देकर सम्मान किया गया।
शिक्षक देश की धरोहर है, इनका प्रतिदिन हो सम्मान- मंत्री।
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि शिक्षक देश की धरोहर हैं। शिक्षकों का सम्मान प्रतिदिन होना चाहिये। शिक्षक देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान – सांसद।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि व्यक्ति के व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान होता है। व्यक्तित्व के निर्माण से समाज का निर्माण होता है, और समाज से राष्ट्र का निर्माण होता है। प्रधानमंत्री द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अमृत काल में आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होने तक भारत विश्वगुरू बन जाएगा, इसमें देश के शिक्षको का बडा योगदान होगा।
प्रबंधन गुरू व धर्मशास्त्र प्रो. पीएन मिश्रा ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को जिस प्रकार से शिक्षा देने में कोई पक्षपात नही करता है, उसी प्रकार शिक्षक को न्यायप्रिय होना चाहिये और विद्यार्थी के मुल्यांकन में पक्षपात नही होना चाहिए। मेरे जीवन में जब मैं अस्वस्थ्य था, उस समय मेरे विद्यार्थियों ने मेरे ईलाज में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। तब मैने जाना कि आपके कठिन समय में विद्यार्थी हमेशा साथ देते हैं।
शिक्षक विद्यार्थियों को श्रेष्ठ, सुंदर व प्रभावशाली बनाते है- महापौर।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मोत्सव को 5 सितम्बर शिक्षक दिवस रूप में मनाया जाता है, डॉ. राधाकृष्णन के जन्मोत्सव को मनाने जब उनके विद्यार्थी पहुंचते तो डॉ. राधाकृष्णन कहते थे कि मेरे जन्म दिन पर मेरा नही अपितु शिक्षको का सम्मान होना चाहिए। इसी को दृष्टिगत रखते हुए, 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर शिक्षको का सम्मान किया जाता है। महापौर भार्गव ने कहा कि मेरी माताजी भी शिक्षिका हैं। मुझे याद है कि वे लाबरिया भेरू से टेम्पो में बैठकर धार रोड पर अंदर की ओर गांव धन्नड में विद्यालय में पढाने जाती थी, इसलिये मेरे संज्ञान में है कि शिक्षक किस प्रकार विपरीत परिस्थितियों भी अपने कर्तव्य का पूरी ईमानदारी से निर्वाहन करते हैं। एक कुम्हार जिस प्रकार से गीली मिटटी से सुंदर व कलात्मक आकृति का निर्माण करता है, उसी प्रकार एक शिक्षक, श्रेष्ठ, सुंदर व प्रभावशाली विद्यार्थी का निर्माण करता है।