खंडवा : इंदौर-इच्छापुर हाई-वे स्थित मोरटक्का पुल के नीचे नर्मदा नदी में यात्रियों से भरी नाव पलट गई।नाव में 11 यात्री सवार थे। यात्रियों को डूबते देख चीख- पुकार मच गई। वहां मौजूद नाविकों ने 9 यात्रियों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया। इस बीच सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों की मदद से लापता दो लोगों की खोज की जा रही है।
चुनरी चढ़ाने नाव में सवार हुए थे यात्री।
बताया जाता है कि ये हादसा शुक्रवार दोपहर 3 बजे के करीब हुआ। नाव में सवार लोग माँ नर्मदा को चुनरी ओढा रहे थे। उसी वक्त नाव ब्रिज के पिलर से टकराकर पलट गई। नाव में सनावद व आसपास के लोग सवार थे। घटनास्थल खंडवा व खरगोन जिले की सीमा पर होने से बड़वाह, ओंकारेश्वर व खंडवा का प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया था।
बड़वाह के एसडीएम प्रवीण पगारे सबसे पहले मौके पर पहुंचने वालों में शामिल थे।उन्होंने एंबुलेंस बुलाकर बचाए गए यात्रियों को बड़वाह के अस्पताल पहुंचाया। श्री पगारे ने बताया कि 11 में से 9 लोगों को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया। 2 की तलाश गोताखोर कर रहे हैं। नाव में सवार लोगों में बड़वाह, सनावद और महू के भी लोग थे। लापता लोगों में जितेंद्र पिता किशोरीलाल 38 वर्ष सिरलाय और हिना पति जितेश 35 साल सनावद बताए गए हैं। जितेश को सुरक्षित निकाल लिया गया।
खतरे में रहती है यात्रियों की जान।
नर्मदा नदी में चलाई जाने वाली अधिकांश नावें जर्जर हालत में हैं। नाविक ज्यादा पैसों के लालच में क्षमता से अधिक यात्री नाव में बिठा लेते हैं। यात्रियों को लाइफ जैकेट भी मुहैया नहीं कराई जाती। यही लापरवाही हादसों को जन्म देती है। पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं पर स्थानीय प्रशासन ध्यान नहीं देता। हादसों के बाद कुछ दिन तो सख्ती दिखाई जाती है पर बाद में वही ढर्रा शुरू हो जाता है।ऐसे में श्रद्धालुओं की जान हमेशा जोखिम में रहती है। जरूरत तमाम सुरक्षात्मक उपाय करने के साथ उनपर अमल करवाने की है, जिससे इसतरह के हादसे टाले जा सकें।