इंदौर : कोरोना महामारी के दौर में जब हम सब अपने घरों में बैठे हैं, तब नर्सेस अपना घर, परिवार, छोटे बच्चे और बुजुर्गों को छोड़कर इस भीषण आपदा से लड़ने में लगी हैं। शहर के
चुनौतीपूर्ण हालात में भी नर्सों के हौंसले बुलंद है और हमें भरोसा है कि हम कोरोना को हरा देंगे। सांसद शंकर लालवानी ने ये बात इंटरनेशनल नर्स डे के मौके पर नर्सों का सम्मान करते हुए कही।
नर्सों की सेवा भावना का किया सम्मान।
सांसद शंकर लालवानी ने इंटरनेशनल नर्स डे के मौके पर एक निजी हॉस्पिटल पहुंचकर नर्सों को शॉल भेंट की और इंदौर की जनता की ओर से उनका सम्मान किया। सांसद ने कहा कि ये सिर्फ किसी एक हॉस्पिटल की नर्सों का नहीं बल्कि सभी नर्सों का सम्मान है। यूं तो हमेशा से ही नर्स मानवता की सेवा में तत्पर रहीं हैं लेकिन कोरोना की भयावहता के बीच उनकी सेवा भावना ने उन्हें वन्दनीय बना दिया है।
ये ऋण हम नहीं चुका पाएंगे।
सांसद लालवानी की इस पहल पर हॉस्पिटल का नर्सिंग स्टॉफ बेहद खुश नजर आया। उनके चेहरे पर गर्व की अनुभूति थी। वहीं सांसद ने कहा कि इंदौर में 14 नर्स संक्रमण का शिकार हो चुके हैं लेकिन सभी काम पर लौटने के लिए उत्सुक है। नर्सों की सेवा भावना, त्याग और तपस्या को मेरा प्रणाम है। नर्सों के भी घरों पर छोटे-छोटे बच्चे हैं, बुजुर्ग माता-पिता है और घर की सभी जिम्मेदारियों के बीच वे इस भीषण महामारी से लड़ रहीं हैं। इंदौर समेत पूरा देश नर्सों का ऋणी है और हम ये ऋण कभी नहीं चुका पाएंगे।