भगवान कृष्ण की नगरी नाथद्वारा में इंदौर के 500 भक्तों ने किया तीन दिवसीय अनुष्ठान।
इंदौर : भगवान कृष्ण के अलौकिक स्वरूप के लिए ख्यात राजस्थान की नगरी नाथद्वारा मे इंदौर के भक्तों ने तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन कर न केवल श्रीनाथजी को 56 भोग समर्पित किए, बल्कि उनके मनोहारी श्रृंगार का सौभाग्य प्राप्त कर नाथद्वारा की सड़कों पर बैंड-बाजों और लवाजमे सहित शोभायात्रा निकाली। नाथद्वारा के इतिहास में इस तरह की दिव्य और भव्य शोभायात्रा का यह पहला अवसर था। राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी महोत्सव में शामिल हुए। इंदौर के भक्तों ने भगवान श्रीनाथजी से प्रदेश एवं देश में सुखद वर्षा के साथ ही समाज में सुख, शांति और समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की।
विष्णु-गीता बिंदल पारमार्थिक न्यास के प्रमुख एवं अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के पूर्व अध्यक्ष विष्णु प्रसाद-श्रीमती गीता बिंदल एवं हितेश – अर्पिता बिंदल ने पहले दिन मंदिर की ध्वजा समर्पित की और सपरिवार पूजा-अर्चना की। महोत्सव में जानकी क्रॉप के चेयरमैन रघुनाथ मित्तल, संगम ग्रुप के चेयरमैन आर.पी. सोनी, इंदौर के प्रमुख उद्योगपति विनोद अग्रवाल, टीकमचंद गर्ग, दिनेश मित्तल, नितिन, पुनीत अग्रवाल (पार्थ समूह), गोपाल गोयल, नारायण सिंघल, अनूप सिंघल (420 पापड़) सहित 500 से अधिक और देशभर के अन्य शहरों के 200 प्रमुख समाजसेवी, उद्योगपति एवं कारोबारी जगत की हस्तियां मौजूद रहीं।
ट्रस्ट के हितेश बिंदल ने बताया कि भगवान श्रीनाथजी के दर्शन, पूजन का सौभाग्य तो पूरे परिवार को मिला ही, इंदौर से गए स्नेहीजनों और मित्रों ने भी इस अवसर का पुण्य लाभ उठाया। रात्रि में भजन संध्या, रासलीला जैसे रंगारंग भक्तिपूर्ण आयोजन भी इस महोत्सव के प्रमुख आकर्षण रहे। रासलीला की टीम मथुरा, वृंदावन से बुलाई गई थी, जो अनेक देशों में मंचन कर चुकी है। नाथद्वारा स्थित इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर के प्रमुख गादीपति विशाल बाबा का सान्निध्य, स्नेह एवं आशीष भी इंदौर के भक्तों को मिला। अब इस तीन दिवसीय अनुष्ठान का विशेष प्रसाद देश के चार हजार परिवारों को भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें देश के सभी प्रमुख औद्योगिक घराने जैसे अंबानी, अडानी, बिड़ला भी शामिल हैं।