नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर वैट नहीं घटाने वाले राज्यों की खिंचाई की। कोरोना महामारी पर आहूत बैठक में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर वैट नहीं घटाकर अपने नागरिकों को लाभ नहीं दिया और राजस्व कमाया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट में केंद्र और राज्यों को मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
केंद्र ने नवंबर में ही घटा दी थी एक्साइज ड्यूटी।
पीएम ने राज्यों के सीएम से कहा कि वैश्विक परिस्थितियों के बीच केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में ही पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी लेकिन कई राज्यों ने ऐसा नहीं किया है। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वैश्विक चुनौती की इस घड़ी में केंद्र और राज्यों को साथ मिलकर चलने की जरूरत है।
देशहित में पिछले नवंबर में जो करना था उसमें अब 6 महीने की देरी हो गई है। वैट कम करके जनता को इसका लाभ दें। भारत सरकार के पास जो रेवेन्यू आता है उसका 42 फीसदी हिस्सा राज्यों के पास ही जाता है। वैश्विक संकट के समय एक टीम के रूप में काम करने की जरूरत है।
अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए सामंजस्य जरूरी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए केंद्र राज्यों के बीच सामंजस्य जरूरी है। युद्ध की परिस्थिति पैदा होने से सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। ऐसे माहौल में चुनौतियां बढ़ रही हैं। हमने नवंबर में पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। राज्यों से भी ऐसा ही करने का आग्रह किया था। कुछ राज्यों ने वैट घटाया लेकिन कुछ राज्यों ने वैट नहीं घटाकर अपने राज्य के लोगों को लाभ नहीं दिया। इस वजह से इन राज्यों में दूसरे राज्यों के मुकाबले पेट्रोल-डीजल की कीमतें ज्यादा हैं। इससे पड़ोसी राज्यों को भी नुकसान होता है। जो राज्य टैक्स में कटौती करते हैं उन्हें राजस्व की हानि होती है। गुजरात और कर्नाटक ने टैक्स कम किया है। गुजरात ने टैक्स कम नहीं किया होता तो उसे भी साढ़े 3 हजार करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिलता। वहीं कुछ राज्यों ने वैट में कमी नहीं करके इस दौरान साढ़े 3 हजार से साढ़े 5 हजार रुपये तक अतिरिक्त राजस्व की कमाई कर ली।
पीएम मोदी ने कहा कि जिन राज्यों ने तेल पर टैक्स नहीं घटाए और जहां टैक्स घटाए गए हैं वहां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ा फर्क है। पीएम ने कहा कि मैं सबसे आग्रह करता हूं कि सभी राज्य देशहित में आगे बढ़ें। पूरे देश का सहयोग करें।