इंदौर : पीपल्याहाना क्षेत्र में अंडे का ठेला लगाने वाले 13 वर्षीय बालक के साथ बदसलूकी कर उसका ठेला पलटने की घटना ने समूचे शहर को आंदोलित कर दिया है। इंदौर प्रेस क्लब द्वारा इस मामले को उठाए जाने के बाद कोरोना संक्रमण की रोकथाम के नाम पर निगमकर्मियों की मनमानी के खिलाफ जनप्रतिनिधियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने ठेलों पर सब्जी फल बेचने वालों के खिलाफ सामान सहित ठेला जब्ती की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए उसे तुरंत रोकने की मांग की है। सांसद शंकर लालवानी और विधायक रमेश मेंदोला के बाद गुरुवार को विधायक महेंद्र हार्डिया ने भी अपने क्षेत्र में गरीब ठेला चालकों पर की जा रही कार्रवाई के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि नगर निगम के कर्मचारी और पुलिसकर्मियों द्वारा गरीब लोगों से वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुलाकर इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वे कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरेंगे। यही नहीं हार्डिया ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो गिरफ्तारी भी दूंगा।
मोघे ने भी जताई नाराजगी।
वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे ने भी नगर निगम कर्मचारियों द्वारा ठेले पलटने और सामान नष्ट करने जैसी कार्रवाई का कड़े शब्दों में विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर कहीं समूह में ठेले वाले खड़े होते हैं तो उन्हें नगर निगम द्वारा हटाने की व्यवस्था की जानी चाहिए ना कि उनके ठेले पलट दिए जाएं या सामान नष्ट कर दिया जाए। श्री मोघे ने इस बारे में निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल से भी चर्चा की और उन्हें इसतरह की कार्रवाई रोकने को कहा।
बीजेपी नगर अध्यक्ष ने भी निगम की कार्रवाई पर उठाए सवाल।
निगमकर्मियों की प्रताड़ना के शिकार हुए मासूम बालक पारस रायकवार को बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने पार्टी दफ्तर बुलवाकर उससे पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। बालक पारस ने उन्हें घटना की जानकारी देने के साथ ये भी कहा की निगम अधिकारी उसपर दबाव बना कर बयान करवा रहे हैं। उसे थाने में बंद करवाने की धमकी भी दी गई। गौरव रणदिवे ने बालक पारस को आश्वस्त किया कि वो घबराए नहीं, उसके साथ न्याय होगा।
आदेश देने वाला अपर आयुक्त ही जांच अधिकारी..!
निगमायुक्त ने घटना पर बवाल मचने के बाद जांच तो बिठा दी पर जांच अधिकारी उसी अपर आयुक्त को बना दिया जिसने ठेले वालों पर कार्रवाई का आदेश निगम कर्मचारियों को दिया था, ऐसे में जांच की दिशा क्या होगी, इस बात को समझा जा सकता है।
निगम ने रोकी ठेला जब्ती की कार्रवाई।
इस बीच चौतरफा हो रही आलोचना को देखते हुए निगमायुक्त ने ठेला व सामान जब्ती की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। अब ठेलेवालों को समझाइश देकर चलते- फिरते कारोबार करने को कहा जाएगा।