इंदौर तीन, पांच और महू में फंसा पेंच।
इंदौर : बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की चौथी सूची भी जारी कर दी है। 57 नामों की इस सूची के साथ बीजेपी ने अबतक 230 में से 136 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। चुनावी तैयारी के मामले में उसने कांग्रेस से बाजी मार ली है।कांग्रेस अभी तक एक भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पाई है।बताया जाता है कि कांग्रेस नवरात्रि के पहले दिन अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी।
बीजेपी ने असंतोष और विवादों से बचने के लिए अपनी चौथी सूची में ज्यादातर वर्तमान विधायकों को ही टिकट दे दिए हैं। सीएम शिवराज सिंह बुधनी से ही चुनाव लड़ेंगे। उनके मंत्रिमंडल के 25 सदस्यों (मंत्रियों) को भी फिर से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा गया है। हालांकि 08 मंत्री ऐसे भी हैं जिनके टिकट होल्ड पर रखे गए हैं।इनमें बृजेंद्र सिंह यादव – मुंगावली, सुरेश धाकड़ – पोहरी, महेंद्र सिंह सिसौदिया – बमोरी, इंदर सिंह परमार – शाजापुर, उषा ठाकुर – महू, ओपीएस भदौरिया – मेहगांव, गौरीशंकर बिसेन – बालाघाट और रामखिलावन पटेल – अमरपाटनमंत्री। यशोधरा राजे स्वास्थ्यगत कारणों से चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी हैं।
इंदौर जिले में विधानसभा तीन,पांच और महू में फंसा पेंच।
बीजेपी ने बदलाव की तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए इंदौर जिले में विधानसभा दो, चार और सांवेर सीटों पर वर्तमान विधायकों पर ही पुनः भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिए हैं। दो से रमेश मेंदोला, चार से मालिनी गौड़ और सांवेर से मंत्री तुलसी सिलावट को फिर से चुनाव मैदान में उतारा गया है। मालिनी गौड़ का इस बार प्रखर विरोध किया जा रहा था। कई नेता यहां से दावेदारी जता रहे थे,बावजूद इसके बीजेपी नेतृत्व ने मालिनी गौड़ पर ही भरोसा जताया है। कैलाश विजयवर्गीय को एक नंबर विधानसभा से चुनाव लड़वाए जाने से विधानसभा तीन से वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय का टिकट खतरे में पड़ गया क्योंकि एक ही परिवार से दो लोगों (पिता – पुत्र) को टिकट देना बीजेपी की परिवारवाद के खिलाफ अपनाई गई नीति के अनुकूल नहीं है। ऐसे में इस सीट पर बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। उधर विधानसभा पांच को भी होल्ड पर रखा गया है। वर्तमान विधायक महेंद्र हार्डिया पुनः यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं पर इस सीट को होल्ड पर रखे जाने से ये माना जा रहा है की बीजेपी यहां से किसी नए व्यक्ति को चुनाव लड़ा सकती है। फिलहाल इस सीट के लिए नानूराम कुमावत, ..का नाम चर्चाओं में है। महू से विधायक और मंत्री उषा ठाकुर का नाम भी होल्ड पर है। यहां से बीजेपी में स्थानीय प्रत्याशी की मांग को जोर शोर से उठाया जा रहा है। उषा ठाकुर को हर बार नई सीट चुनौती के रूप में मिली। उन्होंने दमखम के साथ इस चुनौती को पार भी किया है। इस बार उन्हें कौनसी नई सीट से चुनाव लड़ाया जाता है, यह देखना दिलचस्प होगा, हालांकि सूत्रों के मुताबिक उषा ठाकुर का टिकट अबकि बार कट सकता है।
देखा जाए तो इंदौर जिले की नौ सीटों में से छह सीटों पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं जबकि कांग्रेस ने अभी तक एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। इसके बाद भी जो संभावनाएं बन रही हैं, उनमें सांवेर में बीजेपी के तुलसी सिलावट का मुकाबला कांग्रेस की रीना बोरासी सेतिया से होगा। देपालपुर में बीजेपी के मनोज पटेल का मुकाबला कांग्रेस के वर्तमान विधायक विशाल पटेल से ही होगा। विधानसभा एक से भी कांग्रेस के वर्तमान विधायक संजय शुक्ला ही बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय को चुनौती देंगे। दो में रमेश मेंदोला के सामने कोंग्रेस के चिंटू चौकसे चुनौती पेश करेंगे। तीन नंबर में बीजेपी गौरव रणदिवे और कांग्रेस के पिंटू जोशी आमने – सामने हो सकते हैं। चार नंबर से बीजेपी की मालिनी गौड़ के मुकाबले राजा मांधवानी कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं। पांच नंबर में बीजेपी अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है पर कांग्रेस से सत्यनारायण पटेल अपना टिकट तय मानकर चल रहे हैं। राऊ से बीजेपी के मधु वर्मा और कांग्रेस के जीतू पटवारी के बीच भी मुकाबला निश्चित है। महू एकमात्र ऐसी सीट है जहां दोनों ही पार्टियां अपने उम्मीदवारों को लेकर असमंजस में है। अब आगे कोई और समीकरण भी बनते हैं या नहीं इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।