इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के अनुपालन में जिला प्रशासन इंदौर ने अब भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में जिला और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में तीन हजार 250 करोड़ रुपए की जमीन भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गयी है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने गुरुवार को प्रीतमलाल दुआ सभागृह में आयोजित पत्रकार वर्ता में यह जानकारी दी। डीआईजी मनीष कपूरिया, अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर सहित संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) भी इस दौरान उपस्थित रहे।
धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में कई गृह निर्माण सोसायटियों के विरुद्ध सदस्यों से लगातार शिकायतें प्राप्त हो रहीं थी। संस्था के सदस्यों से पूर्ण राशि जमा कराने के उपरांत भी उनके भू-खण्डों की रजिस्ट्री नहीं की गई थी। कई जगह रजिस्ट्री होने के बाद भी पात्र सदस्य सोसायटी में अनाधिकृत लोगों द्वारा किये गए कब्जे के कारण अपनी भू-खण्डों का भौतिक आधिपत्य प्राप्त नहीं कर पा रहे थे। इन्हीं शिकायतों की जांच के दौरान मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था की एमआर 10 स्थित पुष्प विहार कालोनी में पाया गया कि सोसायटी के 89 भूखंड, जिनकी रजिस्ट्री सदस्यों के पक्ष में हो चुकी थी, उस भूमि को कृषि भूमि बताते हुए लगभग 2.06 हेक्टर भूमि बिना अनुमति प्राप्त किए बेच दी गई।। साथ ही विक्रय से प्राप्त राशि अवैध रूप से नंदानगर सहकारी साख संस्था में मजदूर पंचायत समिति के नाम से खाता खुलवाकर अंतरित कर दी गई। इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचना के मामले में थाना खजराना में एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
इसी क्रम में देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था की एबी रोड स्थित अयोध्यापुरी कॉलोनी के बारे में प्राप्त शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि कॉलोनी स्थित भू-खण्डों पर रजिस्ट्री के बाद भी जमीनों के अवैध कारोबार में शामिल अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। यही नहीं पात्र सदस्यों के भू-खण्डों पर सैकड़ों ट्रक मलवा डालकर रास्ते को बाधित कर दिया गया है। इसी के साथ वर्ष 2007 में कॉलोनी में पूर्व से सदस्यों को पंजीकृत हो चुके 96 भू-खण्डों की 4 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री मेसर्स सिम्प्लेक्स इंवेस्टमेंट एण्ड मेगा फाइनेंस प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के पक्ष में कर दी गई। उक्त मामले में कार्रवाई करते हुए मेसर्स सिम्प्लेक्स के संचालकों सहित आठ व्यक्तियों के विरूद्ध थाना एमआईजी में एफआईआर पंजीबद्ध करायी गई है। इसी तरह खजराना गणेश मंदिर के पीछे वाले क्षेत्र में अवैध रूप से निर्मित की गई नई हिना पैलेस कॉलोनी पर कार्रवाई करते हुए संबंधित आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया गया। प्रशासन द्वारा की गई इस पूरी कार्रवाई में दो थानों में 6 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। जिनमें 2 एमआईजी और 4 खजराना थाने में की गई है। कुल 17 भूमाफियाओं को आरोपी बनाया गया है।
कलेक्टर के मुताबिक पुष्पविहार कॉलोनी के मामले में दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक जैन उर्फ मद्दा, दीपेश वोरा, कमलेश जैन, नसीम हैदर, केशव नचानी और ओमप्रकाश धनवानी को आरोपी बनाया गया है।
इसीतरह अयोध्यापुरी मामले में सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी, दिलीप सिसौदिया, विमल लुहाड़िया, पुष्पेंद्र नीमा, रणवीर सूदन, दिलीप जैन व मुकेश खत्री के खिलाफ एफआईआर की गई है। दो की गिरफ्तारी की गई है। एक जेल में है और 14 आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
1500 पात्र सदस्यों को मिलेगा भूखंडों का आधिपत्य।
आपको बता दें कि उक्त मामलों में कई शिकायतकर्ताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर कार्रवाई का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान से प्राप्त निर्देशों के तहत कलेक्टर मनीष सिंह के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा भू-माफियों के विरूद्ध की गई इस बड़ी कार्रवाई से लगभग एक हजार 500 पात्र व्यक्तियों को उनके भू-खण्डों का आधिपत्य दिलाया जाएगा। इनमें पुष्पविहार के करीब 1150 और अयोध्यापुरी के 350 पात्र हितग्राही शामिल हैं।