इंदौर : भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, प्रख्यात शिक्षाविद् और प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमेन, डॉ. डेविश जैन को शिक्षा के क्षेत्र में उनके परिवर्तनकारी योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘मध्य प्रदेश के चेंजमेकर्स’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने डॉ. जैन और उनकी पत्नी मोनिका जैन को प्रदान किया। डॉ. जैन मध्य प्रदेश के उन 16 विशिष्ट व्यक्तियों में से हैं, जिन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डॉ. जैन ने इस पुरस्कार को प्रेस्टीज समूह और प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के छात्रों, संकाय सदस्यों और सहयोगियों को समर्पित किया, जिन्होंने शैक्षिक मानकों को उन्नत करने और समाज में सार्थक परिवर्तन लाने के लिए अथक परिश्रम और सामूहिक प्रयास किए हैं।
डॉ. जैन ने कहा, “यह पुरस्कार हमारे पूरे प्रेस्टीज परिवार के अटूट समर्पण का प्रमाण है, जिन्होंने शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए अथक मेहनत की है। हमारा मिशन हमेशा से ही हमारे छात्रों को 21वीं सदी में सफलता और नेतृत्व के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और मूल्यों से सुसज्जित करना रहा है। यही वह परिवर्तन है जिसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं—शैक्षिक मानकों को केवल मध्य प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में ऊंचा उठाने के लिए।”
डॉ. जैन ने कहा, “पिछले चार दशकों से, हमारा ध्यान न केवल व्यवसाय में, बल्कि सबसे प्रभावशाली क्षेत्र—शिक्षा में उत्कृष्टता पर केंद्रित रहा है। हमने एक दृष्टिकोण के साथ शुरुआत की, मध्य प्रदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना, यह सुनिश्चित करना कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए सुलभ हो। आज, मैं गर्व से कह सकता हूं कि यह दृष्टिकोण साकार हो गया है और राज्य भर में हजारों छात्रों के जीवन को समृद्ध कर रहा है।”