इंदौर : शहर की ऐतिहासिक धरोहर गांधी हॉल और उसका परिसर में तीन दिनों तक विभिन्न कला विधाओं से महकता रहा। कला और संस्कृति को समर्पित संस्था कलास्तंभ के बैनर तले यहां 21 से 23 फरवरी तक मध्यप्रदेश कला महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रदेश ही नहीं गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भी कलाकार इस महोत्सव में शिरकत करने आए थे। सैकड़ों कलाकारों ने अपनी कला प्रतिभा की बानगी पेश करते हुए शिद्दत से इस बात का अहसास कराया की बदलते दौर में भी संस्कृति, संस्कार और कलाओं का भविष्य न केवल सुरक्षित बल्कि उज्ज्वल भी है।
तीन दिवसीय इस महोत्सव में कला और संस्कृति के हर रूप का समावेश था। चित्रकला, रंगोली, फोटोग्राफी, शिल्पकला, लोककला, शास्त्रीय और लोकनृत्य, नाटक सहित हर विधा के रंग यहां बिखरे पाए गए। गांधी हॉल में चित्रकला और फोटो प्रदर्शनी लगाई गई थी। कलाकारों की मेहनत से केनवास पर साकार इन चित्रों में समसामयिक विषयों के साथ पोर्ट्रेट, पौराणिक कथाएं, लैंडस्केप भी देखने वालों का मन मोह रहे थे। मधुबनी, गौंड, वारेणी जैसी चित्रकला की प्रचलित शैलियों के चित्र भी इस प्रदर्शनी की शोभा बढ़ा रहे थे। मूर्त, अमूर्त, एक्रेलिक, ऑइल पेंट, पेंसिल वर्क जैसे चित्रकला के सभी फॉर्मेट में निर्मित चित्र इस प्रदर्शनी में शामिल थे। इसी के साथ वेस्ट मैटेरियल से बनीं कलाकृतियां और शिल्प भी कलाप्रेमियों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। चित्रकला के साथ यहां लगाई गई फोटो प्रदर्शनी भी फोटोग्राफी विधा के कलाकौशल को अभिव्यक्त कर रही थी। इधर गांधी हॉल के गलियारों में रंगोली से निर्मित पोर्ट्रेट और कलाकृतियां भी मन मोह रहीं थीं। रंगोली और रंगों का संयोजन कलाकारों ने इतनी कुशलता के साथ किया था की ये कलाकृतियां देखते ही बन रहीं थीं। गांधी हॉल परिसर का नजारा भी कुछ कम नहीं था। समूचा कला संसार यहां सिमटा हुआ था। किसी कोने में कोई वर्कशॉप चल रही थी तो कहीं रंगोली, मेहंदी और पेंटिंग स्पर्धाओं में नई पीढ़ी के कलाकार अपने हुनर को तराशने का प्रयास कर रहे थे।परिसर में ही सजाए गए मंच पर विभिन्न संस्थाओं के कलाकारों ने शास्त्रीय और लोकनृत्यों को मनोहारी बानगी तीनों दिन पेश की। इसके अलावा नाटक और फैशन शो ने भी खूब रंग जमाया। इस कला महोत्सव की खासियत ये रही कि इसमें युवाओं ने बढ़चढ़ कर भागीदारी निभाई। हर विधा में युवा कलाकार पूरी तन्मयता से अपने कला कौशल का नजारा पेश करते मिले। बहरहाल, कला की हर विधा को समर्पित इस सफल और अभिनव आयोजन के लिए पुष्कर सोनी और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है।