उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह के बीच अलगाव की रेखाएं खिंच चुकी है। सपा कुनबे के साथ ही समर्थकों और विधायकों में भी विभाजन हो चुका है, तो अखाड़े के बाहर से सपाई ‘दंगल’ देख रहे लोग भी अपना-अपना पक्ष चुनने लगे हैं।
ममता बोलीं- ‘बीजेपी को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना चुनते हुए अखिलेश यादव के साथ खड़ी हैं। उन्होंने शनिवार सुबह अखिलेश यादव के साथ बात की और कहा कि तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं। ममता ने कहा कि यूपी में सरकार चाहे किसी की भी बने लेकिन भाजपा को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए।
दूसरी ओर बसपा ने इस पूरी लड़ाई को पैसों का बंदरबांट करार दिया है। बहुजन समाज पार्टी के सुधीन्द्र भदौरिया के मुताबिक ‘यह पूरी लड़ाई पैसों के बंदरबांट को लेकर है, जोकि उन्होंने बीते चार साल की सरकार में लूटे हैं।’
वहीं बीजेपी के सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘नैतिकता के आधार पर अखिलेश यादव को इस्तीफा दे देना चाहिए। समाजवादी पार्टी पूरी तरह असफल रही है।’ बीजेपी के ही एक अन्य सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा, ‘धीरे-धीरे करके समाजवादी पार्टी के गुंडे अलग हो रहे हैं और अखिलेश एक स्थापित नेता के तौर पर उभर रहे हैं।’