इंदौर : समय की गति के साथ न चल पाने के कारण इंदौर की कपड़ा मिलें लगभग तीन दशक पहले ही बंद हो गई थीं पर मिल मजदूरों का जज्बा और जुनून कुछ ऐसा है की अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली मिलों की झांकियों की परंपरा वे आज भी जारी रखे हुए हैं। झांकियों के निर्माण में सबसे बड़ी समस्या आर्थिक प्रबंधन की होती है। ऐसे में मजदूरों की मदद के लिए बीते कुछ वर्षों से इंदौर नगर निगम और आईडीए आगे आए हैं। थोड़ी बहुत मदद जनप्रतिनिधि भी कर देते हैं। कोरोना काल के चलते बीते दो वर्ष चल समारोह नहीं निकल पाया था पर इस बार फिर मजदूरों ने जोर शोर से झांकियों के चल समारोह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। झांकियों के निर्माण में मिल मजदूरों को परेशानी न हो, इसलिए इस बार भी आईडीए ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
दो – दो लाख की अनुदान राशि के चेक भेंट किए।
मंगलवार शाम रेसकोर्स रोड स्थित आईडीए दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने पांच मिलों की गणेशोत्सव समितियों के पदाधिकारियों को झांकियों के निर्माण के लिए दो – दो लाख रूपए की अनुदान राशि के चेक भेंट किए। इस अवसर पर विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और आईडीए सीईओ रामप्रकाश अहिरवार मौजूद रहे।
अगले वर्ष से दुगुनी होगी अनुदान राशि।
कार्यक्रम के दौरान मिल मजदूरों ने मांग उठाई कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए झांकियों की निर्माण की लागत बढ़ गई है, अतः अनुदान राशि बढ़ाई जाए। इसपर आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने कहा कि अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली झांकियों का चल समारोह इंदौर की सांस्कृतिक पहचान है। इसे बनाए रखने के लिए आईडीए हरसंभव प्रयास करेगा। उन्होंने मिल मजदूरों को आश्वस्त किया कि इस बार और क्या मदद हो सकती है, इस बारे में आईडीए बोर्ड बैठक में विचार किया जाएगा। इसी के साथ अगले वर्ष से अनुदान राशि बढ़ाकर दुगुनी करने अर्थात प्रत्येक मिल की झांकी के लिए चार – चार लाख रूपए देने का भी ऐलान किया।
विधायक निधि से भी मिलेगी राशि।
कार्यक्रम में मौजूद विधायक महेंद्र हार्डिया और रमेश मेंदोला ने भी विधायक निधि से झांकियों के निर्माण में 25 – 25 हजार रूपए का अंशदान देने की घोषणा की।
आईडीए की झांकियों के लिए 8 लाख स्वीकृत।
श्री चावड़ा ने बताया कि अनंत चतुर्दशी के गणेश विसर्जन चल समारोह में आईडीए भी अपनी भागीदारी निभाता है। इस बार आईडीए की झांकियों के निर्माण के लिए बोर्ड ने 8 लाख रूपए स्वीकृत किए हैं।